
#विश्रामपुर #शोक : अंतिम संस्कार में समाजसेवी संजय बैठा ने की सहयोग की पहल
- वार्ड संख्या 12 के निवासी बिरजू राम का 100 वर्ष की आयु में निधन।
- लंबी बीमारी के बाद हुआ देहांत, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर।
- अंतिम संस्कार में समाजसेवी संजय बैठा स्वयं मौजूद रहे।
- खराब मौसम के बावजूद लकड़ी की व्यवस्था कराई।
- ग्रामीणों की बड़ी संख्या अंतिम संस्कार में शामिल हुई।
पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत वार्ड संख्या 12 में शतायु बुजुर्ग बिरजू राम का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 100 वर्ष की आयु में उनके देहांत से पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। लोग उन्हें एक सादगीपूर्ण और मिलनसार व्यक्तित्व के रूप में याद कर रहे हैं।
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
बिरजू राम के अंतिम संस्कार में गांव-समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। खराब मौसम के बावजूद समाजसेवी संजय बैठा स्वयं मौके पर पहुंचे और लकड़ी की व्यवस्था कराई। उनकी मौजूदगी और सहयोग से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई।
समाजसेवी संजय बैठा की संवेदनशीलता
संजय बैठा ने कहा कि गरीब और असहाय लोगों की सेवा ही उनका संकल्प है।
संजय बैठा: “मैं हर समय गरीबों और असहाय लोगों के बीच रहकर उनकी सेवा और सहयोग करता रहूंगा।”
ग्रामीणों की उपस्थिति
इस अवसर पर संतोष राम, अंजनी राम, गणेश राम, नरेश राम सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे और उन्होंने बिरजू राम को श्रद्धांजलि अर्पित की। ग्रामीणों का कहना है कि बिरजू राम का जीवन गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।
न्यूज़ देखो: समाज में सेवा और सहयोग की मिसाल
बिरजू राम के निधन ने गांव को गहरा आघात दिया है, लेकिन अंतिम संस्कार में संजय बैठा की सक्रिय भूमिका यह दर्शाती है कि समाजसेवा और सहयोग की परंपरा अब भी जीवित है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सेवा का संकल्प और यादें
अब जरूरत है कि हम सभी समाज में बुजुर्गों के अनुभव और आशीर्वाद को संजोएं और सेवा की भावना को आगे बढ़ाएं। आइए, हम सब मिलकर सहयोग और संवेदनशीलता की इस परंपरा को मजबूत करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें।