Site icon News देखो

झारखंड के 14 वर्षीय साइकिलिस्ट सुतत्व ऋजू ने रांची से डालटनगंज तक 160 किलोमीटर की दूरी रिकॉर्ड समय में पूरी की

#पलामू #खेलउपलब्धि : 14 वर्षीय सुतत्व ऋजू ने साहस और अनुशासन का उदाहरण पेश करते हुए रांची से डालटनगंज तक साइकिल से यात्रा पूरी की

झारखंड के होनहार बेटे सुतत्व ऋजू ने 14 साल की उम्र में अपनी अदम्य इच्छाशक्ति और अनुशासन का उदाहरण पेश किया। रांची से पलामू के डालटनगंज तक 160 किलोमीटर की दूरी केवल 5 घंटे 34 मिनट में पूरी करना उनके साहस और कड़ी मेहनत की गवाही है। यह यात्रा न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गई है। इससे पहले सुतत्व ने गंगोत्री से देवघर तक की चुनौतीपूर्ण यात्रा पूरी कर अपनी प्रतिष्ठा बनाई थी।

सुतत्व की प्रेरक यात्रा

सुतत्व की यह अद्वितीय यात्रा उनके माता-पिता सौमित्र बोराल और शालिनी बोराल के सहयोग और समर्थन के बिना संभव नहीं हो पाती। उन्होंने हर चरण में अपने पुत्र को प्रोत्साहित किया और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की। प्रशिक्षकों और खेल विशेषज्ञों के अनुसार, सुतत्व का यह साहस और आत्मविश्वास उन्हें भविष्य में अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रोशन करने में मदद करेगा।

स्थानीय खेल प्रशिक्षक ने कहा: “सुतत्व की यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है, यह दिखाती है कि साहस, अनुशासन और मेहनत से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।”

सुतत्व ने अपनी यात्रा में न केवल भौतिक कठिनाइयों को पार किया बल्कि मानसिक दृढ़ता और फोकस का भी अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि सही मार्गदर्शन और परिवार का सहयोग किसी भी युवा खिलाड़ी को असाधारण ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।

स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर सराहना

स्थानीय खेल प्रेमियों, समाज और शिक्षकों ने सुतत्व की इस उपलब्धि की सराहना की। उन्हें नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है। प्रशिक्षकों का मानना है कि यदि सुतत्व अपने प्रयास जारी रखते हैं, तो आने वाले वर्षों में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छवि बना सकते हैं।

खेल प्रेमी ने कहा: “सुतत्व ने जो कर दिखाया है, वह केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए उदाहरण है कि परिश्रम और धैर्य से असंभव कार्य भी संभव हो सकते हैं।”

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ सुतत्व ने साबित कर दिया कि जितनी बड़ी चुनौती हो, मेहनत और आत्मविश्वास से उसे पार किया जा सकता है

न्यूज़ देखो: युवा खिलाड़ी सुतत्व ऋजू की साहसिक उपलब्धि से प्रेरणा

सुतत्व की यह यात्रा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का प्रतीक है और यह दिखाती है कि मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। प्रशासन और खेल संगठनों के लिए यह संकेत है कि ऐसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों के लिए समर्थन और अवसर प्रदान करना आवश्यक है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

साहस और अनुशासन से बनाएं भविष्य

सुतत्व की कहानी यह सिखाती है कि कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। अपने विचार साझा करें, इस प्रेरक खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और युवा प्रतिभाओं के उज्ज्वल भविष्य में योगदान दें।

Exit mobile version