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देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में दानपात्रों से निकले 19.59 लाख, सोना-चांदी और 1919 का दुर्लभ सिक्का

#देवघर #श्रावणीमेला : बाबा धाम के दानपात्रों से नकद, बहुमूल्य धातुएं और ऐतिहासिक सिक्का मिला

श्रावणी मेला के बीच बाबा बैद्यनाथ मंदिर में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ। मंदिर प्रांगण स्थित 18 दानपात्रों को प्रशासनिक देखरेख में खोला गया, जिसमें भक्तों द्वारा अर्पित 19 लाख 59 हजार 565 रुपये नकद, सोना, चांदी और एक ऐतिहासिक सिक्का मिला। यह पूरी प्रक्रिया सुरक्षा घेराबंदी और मानकों के तहत संपन्न हुई।

दानपात्रों से क्या-क्या मिला?

दानपात्रों से निकली कुल राशि 19,59,565 रुपये रही। इसके अलावा नेपाली मुद्रा 6875 रुपये, लगभग 750 ग्राम चांदी, 23 ग्राम सोना और वर्ष 1919 का दुर्लभ चांदी का सिक्का भी दान में मिला। सभी सामग्री को मंदिर प्रशासनिक भवन में सुरक्षित ले जाया गया।

डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा: “दानपात्र खोलने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ पूरी की गई। बहुमूल्य वस्तुओं का विधिवत रिकॉर्ड तैयार कर उन्हें सुरक्षित किया गया है।”

क्यों खास है यह संग्रह?

श्रावणी मेला के दौरान बाबा धाम में देशभर से लाखों श्रद्धालु जलार्पण के लिए आते हैं। इसी आस्था के चलते मंदिर में भारी मात्रा में दान एकत्रित होता है। इस बार 1919 का चांदी का सिक्का मिलने से उत्सुकता बढ़ गई है, क्योंकि यह ऐतिहासिक महत्व की वस्तु मानी जा रही है।

सुरक्षा और पारदर्शिता की गारंटी

दान गिनती की प्रक्रिया मंदिर प्रबंधन के तय मानकों के अनुसार हुई। गिनती के दौरान सुरक्षा कर्मियों की तैनाती रही और पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी निगरानी में हुई। सोना-चांदी जैसी बहुमूल्य धातुओं को तुरंत सील कर प्रशासन के रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।

न्यूज़ देखो: आस्था के साथ पारदर्शिता

यह खबर बताती है कि प्रशासन की सतर्कता और पारदर्शी प्रणाली से श्रद्धालुओं के दान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। आस्था और जवाबदेही का यह संतुलन प्रशासन की जिम्मेदारी को दर्शाता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आस्था और जिम्मेदारी का संगम

भक्ति भाव के साथ पारदर्शिता जरूरी है। आप इस व्यवस्था को कैसे देखते हैं? नीचे कमेंट करें, खबर को शेयर करें और इस जानकारी को दूसरों तक पहुंचाएं।

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