- जनजातीय हिजला मेला 21 से 28 फरवरी तक आयोजित होगा।
- दुमका के एसडीओ कौशल कुमार की अध्यक्षता में तैयारी बैठक।
- ग्राम प्रधान द्वारा मेला का उद्घाटन।
- संथाल परगना की संस्कृति प्रदर्शित करने वाले स्टॉल और आदिवासी फूड स्टॉल लगाए जाएंगे।
- पार्किंग, रोशनी, पेयजल, और शौचालय जैसी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेलकूद के आयोजन की तैयारी।
दुमका जिले में आकर्षण का केंद्र राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 21 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चलेगा। इसे लेकर मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने समाहरणालय सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मेला की तैयारी और सुविधाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
ग्राम प्रधान द्वारा उद्घाटन किए जाने वाले इस मेले में संथाल परगना की संस्कृति का प्रदर्शन होगा। आदिवासी फूड स्टॉल और विभिन्न विभागों के स्टॉल के माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। मेला क्षेत्र में रोशनी, पार्किंग, पेयजल, और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
सांस्कृतिक और खेलकूद कार्यक्रम:
जिला खेल पदाधिकारी को मेला के दौरान आयोजित होने वाले खेलकूद की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम की रूपरेखा बनाकर उसे उपायुक्त की समिति से अनुमोदन कराने की योजना बनाई गई है।
तैयारी के निर्देश:
एसडीओ ने संबंधित विभागों को मेला स्थल की रंगाई-पुताई, मरम्मत, रोशनी, पेयजल, कला मंच, और पार्किंग की व्यवस्था समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। अस्थायी शौचालय और पहुंच पथ की मरम्मत को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
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