- बिरनी के झांझ निवासी जितेन्द्र कुमार ने तीसरी बार युवा महोत्सव में पदक जीता।
- 38वें पूर्वी भारत युवा महोत्सव में मिमिक्री प्रतियोगिता में रजत पदक।
- राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए चयनित।
- रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने दी बधाई।
गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड के झांझ गांव के निवासी और शिक्षक नागेश्वर प्रसाद के पुत्र जितेन्द्र कुमार ने 38वें अंतर विश्वविद्यालय पूर्वी भारत युवा महोत्सव में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। यह महोत्सव एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, नई दिल्ली द्वारा सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय, कोलकाता में 8 जनवरी से 12 जनवरी तक आयोजित किया गया था।
जितेन्द्र ने रांची विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हुए मिमिक्री प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में चार राज्यों के 18 विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। अपनी इस जीत के साथ, जितेन्द्र ने लगातार तीसरी बार युवा महोत्सव में पदक जीतने का कीर्तिमान स्थापित किया और राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया।
जितेन्द्र की खुशी और बधाइयां:
जितेन्द्र की इस उपलब्धि पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा ने कहा,
“जितेन्द्र कुमार की इस सफलता पर हमें गर्व है। यह उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है।”
जितेन्द्र ने अपनी इस जीत का श्रेय अपने परिवार, गुरु और दोस्तों को दिया। उन्होंने कहा,
“मैं अपनी सफलता से बहुत खुश हूं। यह मेरे परिवार और विश्वविद्यालय के समर्थन का नतीजा है।”
उन्होंने अपनी माता मंजू वर्मा, बड़े भाई डॉ. रणधीर कुमार, और गुरु दीपक झा का विशेष आभार व्यक्त किया। सांसद प्रतिनिधि प्रेमचंद प्रसाद कुशवाहा, गोपी वर्मा और रोहित वर्मा समेत अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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