
#गुमला #सड़क_सुरक्षा : चैनपुर चौक पर मोटरसाइकिल चेकिंग के दौरान ड्राइवरों को जागरूक किया गया और नियम उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की गई।
- चैनपुर चौक पर मोटरसाइकिल वाहन चेकिंग अभियान संचालित।
- ज्ञान शंकर जायसवाल, मोटरयान निरीक्षक की टीम द्वारा जागरूकता व चालान।
- 45 लोगों को रोड सेफ्टी की विस्तृत काउंसलिंग दी गई।
- वाहन नियम तोड़ने पर ₹82,000 का चालान काटा गया।
- ड्राइवरों को हेलमेट, सीट बेल्ट, यातायात नियमों के महत्व पर समझाया गया।
- Good Samaritan, हिट एंड रन योजना की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
गुमला जिले में उपायुक्त के निर्देश पर चैनपुर चौक के पास सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल और मोटरयान निरीक्षक की टीम ने दोपहिया वाहनों की जांच की और नियमों के अनुपालन की स्थिति का आकलन किया। नियम उल्लंघन पाए जाने पर चालान काटा गया और मौके पर उपस्थित ड्राइवरों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। कुल 45 लोगों को रोड सेफ्टी काउंसलिंग दी गई, जबकि 82,000 रुपये का चालान मोटरसाइकिल संबंधी उल्लंघनों पर लगाया गया।
सड़क सुरक्षा नियमों पर व्यापक जागरूकता
जिला परिवहन पदाधिकारी ने मौके पर मौजूद सभी ड्राइवरों को बताया कि हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग सड़क हादसों में जान बचाने का सबसे बड़ा माध्यम है। उन्होंने समझाया कि किस तरह छोटी सी लापरवाही बड़े हादसों का कारण बनती है और नियमों का पालन करके न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जान भी सुरक्षित रखी जा सकती है। अभियान के दौरान छात्रों और आम नागरिकों को सड़क सुरक्षा संबंधी पुस्तिका और पैंपफ्लेट भी बांटे गए।
रोड सेफ्टी काउंसलिंग में मिली जरूरी जानकारी
चेकिंग के दौरान नियम उल्लंघन करते पाए गए 45 लोगों को विशेष रूप से बुलाकर रोड सेफ्टी काउंसलिंग दी गई। काउंसलिंग में सड़क पर चलते समय सावधानियाँ, गति सीमा, वाहन दस्तावेज, नशा कर ड्राइविंग की खतरे और ट्रैफिक संकेतों का महत्व बताया गया। अधिकारियों ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल नियम नहीं बल्कि जीवन की रक्षा का मूल मंत्र है, इसलिए इसे गंभीरता से अपनाना आवश्यक है।
Good Samaritan नीति की विस्तृत जानकारी
मौके पर मौजूद लोगों को Good Samaritan नीति के बारे में भी विस्तार से बताया गया। अधिकारियों ने समझाया कि यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल किसी व्यक्ति को गोल्डन ऑवर के भीतर अस्पताल पहुंचाता है, तो उसे ₹2,000 रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। यह व्यवस्था उन नेक लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए है जो संकट की घड़ी में जीवन बचाने का साहस दिखाते हैं।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा: “गुड सेमेरिटन योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों में यह विश्वास जगाना है कि घायल को अस्पताल पहुंचाने पर कोई कानूनी परेशानी नहीं होगी, बल्कि सम्मान और प्रोत्साहन मिलेगा।”
अधिकारियों ने स्थानीय जनता से अपील की कि वे किसी भी दुर्घटना के समय डरें नहीं, बल्कि समय रहते मदद कर जीवन बचाने में योगदान दें। अस्पताल में नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया भी लोगों को समझाई गई, ताकि अच्छे कार्य का लाभ उन्हें बिना किसी परेशानी के मिल सके।
हिट एंड रन योजना का भी किया गया प्रचार
अभियान में हिट एंड रन मामलों से संबंधित मुआवजा योजनाओं की भी जानकारी दी गई। बताया गया कि यदि किसी अज्ञात वाहन से दुर्घटना में व्यक्ति की मृत्यु होती है तो ₹2,00,000 रुपए का प्रावधान है, और गंभीर रूप से घायल होने पर ₹50,000 की सहायता राशि दी जाती है। अधिकारियों ने कहा कि इन योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार से पीड़ित परिवारों को समय पर लाभ मिल सकता है और हादसों से होने वाले आर्थिक बोझ को कम किया जा सकता है।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन की गंभीर पहल
चैनपुर चौक पर चलाए गए इस अभियान ने साफ कर दिया कि जिला प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पूरी तरह गंभीर है। चालान के साथ-साथ जागरूकता और काउंसलिंग का संयोजन यह दर्शाता है कि उद्देश्य केवल दंड देना नहीं बल्कि सुरक्षित यातायात संस्कृति विकसित करना है। Good Samaritan और हिट एंड रन जैसी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचना जीवन बचाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
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सुरक्षित सड़कें, सुरक्षित जीवन
गुमला प्रशासन द्वारा चलाया गया यह अभियान हमें याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है। हेलमेट, सीट बेल्ट और नियमों का पालन करना जीवन बचाने का पहला कदम है। आइए, हम सब मिलकर सुरक्षित यातायात संस्कृति को अपनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर कर जागरूकता फैलाएं और एक जिम्मेदार यात्री बनकर उदाहरण प्रस्तुत करें।





