गढ़वा में हत्या के 6 आरोपी खुलेआम, पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी

#गढ़वा #धुरकी – पुतुर गांव में दो महीने पहले हुई निर्मम हत्या के बाद अब पीड़ित परिवार को मिल रही धमकियाँ, पुलिस पर गंभीर सवाल

दो महीने बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली

धुरकी थाना क्षेत्र के पुतुर गांव में 2 मार्च 2025 को हुई हत्या के बाद से पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। स्व. रामधनी बैठा की निर्मम हत्या टांगी से गला रेतकर कर दी गई थी, जिसके बाद पीड़ित उमाशंकर बैठा ने सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।

अब तक सिर्फ राजेश्वर बैठा की गिरफ्तारी हुई है, जबकि बाकी छह आरोपी – सजेय बैठा, बनारसी बैठा, काशी बैठा, डब्लू बैठा, मनीष बैठा और गीता देवी – खुलेआम गांव में घूम रहे हैं। यह स्थिति न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा रही है।

खुलेआम धमकियां और गहरा होता डर

उमाशंकर बैठा का कहना है कि आरोपी लगातार उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिससे परिवार में भय और तनाव का माहौल है। पीड़ित ने बताया कि इस संबंध में बंशीधर नगर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को लिखित आवेदन दिया गया है, फिर भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

“हमें डर है कि ये लोग कभी भी हमारे ऊपर हमला कर सकते हैं, लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है।”
उमाशंकर बैठा, पीड़ित पुत्र

सवालों के घेरे में पुलिस की कार्यशैली

पुलिस की इस धीमी और एकतरफा कार्रवाई ने न्याय व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हत्या जैसे गंभीर मामले में जब आरोपित खुलेआम घूम रहे हों और पीड़ित को धमकियां मिल रही हों, तब पुलिस की निष्क्रियता दुखद है।

स्थानीय लोगों का भी कहना है कि यदि पुलिस समय रहते सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती, तो पीड़ित परिवार भयमुक्त जीवन जी पाता। अब लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति गुस्सा और अविश्वास बढ़ता जा रहा है।

न्यूज़ देखो : पीड़ित की आवाज़, न्याय की मांग

न्यूज़ देखो हर उस पीड़ित की आवाज़ है जो न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। हम प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों से अपील करते हैं कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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