
#महुआडांड़ #सार्वजनिकवितरणप्रणाली : अब तेज, सटीक और पारदर्शी तरीके से होगा राशन वितरण।
- 65 राशन डीलरों को नई 4G e-PoS मशीनें वितरित की गईं।
- वितरण प्रखंड कार्यालय सभागार में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुमित कुमार सिन्हा द्वारा किया गया।
- मशीनें आधार आधारित सत्यापन, रियल-टाइम डेटा रिकॉर्डिंग और ऑनलाइन मॉनिटरिंग की सुविधा से लैस।
- तकनीकी टीम ने मौके पर ही डीलरों को प्रशिक्षण दिया।
- ग्रामीणों ने कहा— नई मशीनों से बढ़ेगा भरोसा और रोकेगी अनाज वितरण में गड़बड़ी।
महुआडांड़ प्रखंड में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी व तकनीक आधारित बनाने की दिशा में गुरुवार का दिन महत्वपूर्ण रहा। प्रखंड के कुल 65 राशन डीलरों को नई 4G e-PoS मशीनें उपलब्ध कराई गईं, जिनके जरिए अब लाभुकों को अनाज का वितरण अधिक सटीक, तेज और मानवीय त्रुटि से मुक्त तरीके से होगा। यह कदम जिला प्रशासन द्वारा राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लक्ष्य को और मजबूत करता है।
प्रखंड कार्यालय में हुआ मशीनों का वितरण
4G e-PoS मशीनों का वितरण प्रखंड कार्यालय महुआडांड़ के सभागार में आयोजित एक औपचारिक कार्यक्रम के दौरान किया गया।
इस अवसर पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुमित कुमार सिन्हा ने सभी डीलरों को मशीनें सौंपीं।
कार्यक्रम में विजेंट टेक के प्रतिनिधि रवि रंजन सुमन, टीम लीडर लातेहार मुकेश कुमार यादव, तकनीकी कर्मी और कई राशन डीलर उपस्थित रहे।
श्री सिन्हा ने कहा कि,“जिला प्रशासन की प्राथमिकता है कि हर लाभुक को उसका हक का अनाज समय पर, सही मात्रा में और पूरी पारदर्शिता के साथ मिले।”
उन्होंने आगे बताया कि ये नई मशीनें आधार सत्यापन, डिजिटल रिकॉर्डिंग, ऑनलाइन ट्रैकिंग और स्टॉक की वास्तविक समय में जांच जैसे फीचर्स से लैस हैं। इससे फर्जी कार्ड, अनाज चोरी, अवैध कटौती और डुप्लीकेट एंट्री जैसे मामलों पर रोक लगेगी।
तकनीकी टीम ने दिया प्रशिक्षण
विजेंट टेक की तकनीकी टीम ने मौके पर ही सभी डीलरों को मशीनों के:
- उपयोग,
- नेटवर्क अपडेट,
- फिंगरप्रिंट/आधार प्रमाणीकरण,
- और रिपोर्ट जनरेशन
की पूरी प्रक्रिया समझाई।
डीलरों को यह भी बताया गया कि यदि किसी तकनीकी समस्या का सामना होता है तो उसे कैसे दूर किया जाए, जिससे वितरण कार्य सुचारू बना रहे।
ग्रामीणों ने उठाया भरोसे का सवाल— मिला समाधान
प्रखंड के कई ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि नई e-PoS मशीनों से अब किसी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता की गुंजाइश समाप्त हो जाएगी।
लोगों ने इसे पारदर्शिता और भरोसेमंद सेवा की दिशा में प्रशासन का एक उल्लेखनीय कदम बताया।
न्यूज़ देखो: पीडीएस में तकनीक की नई शुरुआत
महुआडांड़ में e-PoS मशीनों का वितरण इस बात का संकेत है कि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल पारदर्शिता को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे लाभुकों को न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर विश्वास भी बढ़ेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
तकनीक का सही उपयोग— बेहतर सेवा की ओर
पारदर्शी व्यवस्था तभी संभव है जब तकनीक का सही उपयोग हो और लोग जागरूक हों।
क्या आपके क्षेत्र में भी पीडीएस प्रणाली में तकनीकी बदलाव हुए हैं?
अपनी राय कमेंट में लिखें और खबर को साझा जरूर करें।





