
#लातेहार #सड़क_दुर्घटना : स्कूल के लिए केले लेकर निकले थे दोनों भाई — नामुदाग के पास बस की चपेट में आने से मासूम की मौत, भाई घायल
- लातेहार के मनिका में दर्दनाक सड़क हादसा, 10 साल के अंकित यादव की मौत
- स्कूल में मिड डे मील के लिए केला लेकर जा रहे थे दो भाई
- नामुदाग के पास माधव बस ने बाइक को मारी टक्कर
- राहुल यादव घायल, मनिका अस्पताल में इलाज जारी
- मनिका पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया
स्कूल में नहीं पहुंच पाया केला, पर पहुंच गई दुखद खबर
लातेहार जिले के मनिका प्रखंड से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। शुक्रवार सुबह अंकित यादव (10 वर्ष) और उसका बड़ा भाई राहुल यादव अपने पिता के स्कूल में मिड डे मील के लिए केला पहुंचाने के लिए निकले थे। लेकिन नामुदाग के पास तेज़ रफ्तार में आ रही माधव नामक यात्री बस ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
इस भीषण हादसे में छोटा भाई अंकित यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बड़ा भाई राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों मनिका से चचनदाग स्कूल की ओर जा रहे थे। बस विपरीत दिशा से तेज गति में आ रही थी, जिससे संतुलन खोकर बाइक सीधे बस की चपेट में आ गई।
मृतक की पहचान, अस्पताल में इलाजरत है बड़ा भाई
मृतक अंकित यादव, उम्र 10 वर्ष, पिता कमलेश यादव का पुत्र था। वहीं घायल राहुल यादव, पिता अखिलेश्वर यादव, को मनिका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और गांव में शोक की लहर है।
परिजनों ने कहा: “बच्चे स्कूल के लिए केला देने निकले थे, सोचा नहीं था कि वो कभी वापस नहीं लौटेंगे।”
पुलिस ने शव भेजा पोस्टमार्टम के लिए, जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही मनिका थाना पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर लातेहार सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और बस को कब्जे में लेकर चालक की पहचान की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर बसें लगातार तेज़ रफ्तार से दौड़ती हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं।
न्यूज़ देखो: मासूम की मौत से उठे सवाल, सुरक्षित सड़कों की दरकार
न्यूज़ देखो की टीम ने इस हृदयविदारक घटना को बेहद गंभीरता से उठाया है। 10 वर्षीय अंकित की मौत ने जिले में सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सामाजिक ज़िम्मेदारी और ट्रैफिक नियमों के पालन की कमी इस तरह की त्रासदियों को जन्म दे रही है? प्रशासन को चाहिए कि तेज़ रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
एक संवेदनशील समाज की पहचान है सजग नागरिकता
इस खबर को पढ़ने वाले सभी पाठकों से अपील है कि सड़क सुरक्षा, वाहन की गति और बच्चों की सुरक्षा को गंभीरता से लें। इस खबर को अपने मित्रों और परिजनों में साझा करें, ताकि सड़क हादसों के प्रति चेतना फैल सके।