
#पलामू #चाचाभतीजीप्रेम : सतबरवा की युवती ने शादी से किया इनकार, पुलिस से मांगी मदद — सखी वन स्टॉप सेंटर में सुरक्षित
- चाचा और भतीजी के बीच प्रेम संबंध का मामला आया सामने
- 28 जून को लड़की की कानपुर निवासी युवक से होनी थी शादी
- शादी से इनकार कर लड़की ने दी महिला थाना को जानकारी
- टाउन महिला थाना ने युवती को रेस्क्यू कर सखी सेंटर में रखा
- थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को बुलाकर शुरू की जांच
चाचा-भतीजी के प्रेम ने उठाया सामाजिक सवाल
पलामू जिले के सतबरवा क्षेत्र से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक चाचा और उसकी भतीजी के बीच प्रेम संबंध का खुलासा हुआ है।
दोनों एक ही गांव और गोतिया से संबंधित हैं, जिससे यह मामला सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील बन गया है।
लड़की ने शादी से किया इनकार, पुलिस से मांगी सुरक्षा
लड़की की 28 जून को कानपुर निवासी युवक से शादी तय थी, लेकिन शादी से कुछ दिन पहले उसने शादी से इनकार कर दिया।
लड़की ने स्वयं मेदिनीनगर टाउन महिला थाना पहुंचकर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी और सुरक्षा की गुहार लगाई।
टाउन महिला थाना की टीम ने तत्परता दिखाते हुए लड़की को तत्काल रेस्क्यू किया और सखी वन स्टॉप सेंटर भेजा, जहां वह फिलहाल सुरक्षित है।
पंचायत भी करा चुकी थी समझौता, फिर सामने आया प्रेम
मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व में पंचायत के माध्यम से भी दोनों को अलग रहने की सलाह दी गई थी, और दोनों ने सहमति जताई थी।
लेकिन शादी के करीब आते ही लड़की ने पुलिस से संपर्क कर नया मोड़ ला दिया।
पुलिस ने जांच शुरू की, दोनों पक्षों से मांगी जानकारी
टाउन महिला थाना प्रभारी रूप बाखला ने कहा:
रूप बाखला: “लड़की को सखी वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। दोनों पक्षों को बुलाया गया है और पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है।”
पुलिस का कहना है कि सभी पक्षों की बातों को सुनने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: सामाजिक रिश्तों की उलझन से उपजा सवाल
यह घटना न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी गंभीर बहस का विषय बन गई है।
जहां एक ओर भावनाएं व्यक्तिगत होती हैं, वहीं गोतिया और पारिवारिक रिश्तों में मर्यादा और सामाजिक व्यवस्था भी अहम होती है।
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युवाओं में संवाद और समझ जरूरी, ताकि टकराव न हो
ऐसे मामलों से स्पष्ट है कि सामाजिक सीमाओं और व्यक्तिगत भावनाओं के बीच संतुलन बनाना जरूरी है।
पारिवारिक संवाद, समझदारी और मार्गदर्शन से ऐसे टकराव टाले जा सकते हैं।
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