#गढ़वा #नशामुक्तअभियान : उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने अधिकारियों को कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
- उपायुक्त दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में NCORD कमिटी की बैठक हुई।
- नशीली खेती और तस्करी पर रोक लगाने के लिए ठोस रणनीति बनी।
- पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को कड़ी निगरानी रखने का निर्देश।
- अगली बैठक से ड्रग इंस्पेक्टर नेतृत्व करेंगे और पूरी रिपोर्ट देंगे।
- स्कूल-कॉलेजों में नशा विरोधी अभियान चलाने पर जोर।
गढ़वा जिला प्रशासन ने नशा-मुक्त समाज बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उपायुक्त ने बैठक में साफ कहा कि अब केवल चर्चा नहीं बल्कि ठोस कार्रवाई होगी। अफीम, गांजा, चरस जैसी अवैध खेती और तस्करी पूरी तरह प्रतिबंधित होगी और किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा।
NCORD कमिटी की गंभीर बैठक
गढ़वा के समाहरणालय वेश्म में आयोजित इस बैठक में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि मादक पदार्थों का कारोबार जिले की छवि और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य दोनों के लिए खतरा है। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक, वन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी रंका, अधीक्षक उत्पाद, तंबाकू नियंत्रण पदाधिकारी और ड्रग इंस्पेक्टर समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई का निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि जिले के हर इलाके पर कड़ी निगरानी रखी जाए। नशे से संबंधित किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यह बैठक औपचारिकता नहीं बल्कि आने वाले समय की ठोस कार्ययोजना है।
अगली बैठक में बड़ा विस्तार
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अगली बैठक से ड्रग इंस्पेक्टर कमिटी का नेतृत्व करेंगे और सभी आवश्यक विवरण प्रस्तुत करेंगे। साथ ही, सचिव, अध्यक्ष, नारकोटिक्स विभाग के प्रमुख, दवा दुकानदार प्रतिनिधि और अन्य अधिकारियों को भी आमंत्रित किया जाएगा ताकि सामूहिक और कारगर समाधान निकाला जा सके।
जनजागरूकता और शिक्षा पर बल
बैठक में यह तय हुआ कि जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में नशा विरोधी जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। दवा दुकानों की नियमित जांच होगी और बिना प्रिस्क्रिप्शन दवाइयों की बिक्री पर सख्त रोक लगेगी। पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
नशामुक्त गढ़वा का लक्ष्य
उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल कानून लागू करना नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देना है। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि यदि उन्हें नशे से जुड़ी कोई सूचना मिले तो तुरंत प्रशासन को बताएं, ताकि समय रहते कदम उठाया जा सके।



न्यूज़ देखो: नशे के खिलाफ गढ़वा की जंग
गढ़वा में प्रशासन ने यह साबित कर दिया है कि नशा केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय संकट है। उपायुक्त की सख्त चेतावनी और अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी से अब जिले में नशा कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यह पहल केवल कानून का पालन नहीं बल्कि समाज की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य की गारंटी है।
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अब समय है नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लेने का
हमें केवल प्रशासन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि परिवार, स्कूल और समाज को मिलकर नशे के खिलाफ आवाज उठानी होगी। अब वक्त है कि हम सब मिलकर अपने बच्चों और युवाओं के लिए स्वस्थ वातावरण बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।