
#देवघर #शिव_महापुराण : अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा प्रथम दिवस पर शिव महापुराण कथा का आयोजन, श्रद्धालु भाव-विभोर और आस्था से लबरेज़ हुए।
- अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने देवघर में शिव महापुराण कथा का उद्घाटन किया।
- कथा का आयोजन देवघर ज्योतिर्लिंग के निकट विशाल पंडाल में हुआ, जो श्रद्धालुओं से पूर्ण रूप से भरा।
- कथा में शिव और शक्ति की प्रतिष्ठा, साधना और भक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
- उपस्थित श्रद्धालुओं ने माता-पिता की सेवा, संतुलित जीवन और सरलता को सच्ची भक्ति का मार्ग माना।
- प्रथम दिवस की कथा ने भक्तों को आध्यात्मिक आनंद और दिव्य अनुभूति से भर दिया।
- आगामी दिनों में भी कथा जारी रहेगी और भक्तों के लिए मार्गदर्शन का स्रोत बनी रहेगी।
देवघर में शिव महापुराण कथा के प्रथम दिवस पर भक्तिभाव का माहौल अत्यंत गहन रहा। अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंगलाचरण के साथ कथा का शुभारंभ किया। कथा में देवघर ज्योतिर्लिंग की विशेषता और उसकी पवित्रता पर प्रकाश डाला गया, जहाँ तैंतीस कोटि देवताओं का निवास माना जाता है और शिव तथा शक्ति की प्रतिष्ठा एक साथ होती है। उपस्थित श्रद्धालुओं ने कथा में भगवान शिव के गुण, साधना और जीवन में भक्ति के महत्व को ध्यानपूर्वक सुना। पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि श्रद्धा ही साधना का आधार है और एक लोटा जल भी जीवन की कठिनाइयों को सरल कर सकता है।
भक्तिभाव और आध्यात्मिक अनुभूति
प्रथम दिवस की कथा ने भक्तों को आध्यात्मिक आनंद और आस्था से भर दिया। पूरे पंडाल में शिव-शक्ति के जयघोष, भजन और मंत्रों की गूंज से वातावरण दिव्य अनुभूति से सराबोर हो गया। श्रद्धालु कथा के उपदेशों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए अपने जीवन में भक्ति, सरलता और संतुलन अपनाने का संकल्प कर रहे थे। पंडित प्रदीप मिश्रा ने माता-पिता की सेवा और जीवन में नैतिक मूल्यों के पालन पर जोर दिया।
कथा का महत्व और आगामी कार्यक्रम
शिव महापुराण कथा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जीवन में नैतिकता, भक्ति और आध्यात्मिक चेतना को बढ़ावा देने वाला कार्यक्रम है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि जीवन में कठिनाइयों को पार करने के लिए श्रद्धा और भक्ति अनिवार्य है। आगामी दिनों में भी कथा का आयोजन जारी रहेगा, जिससे और अधिक श्रद्धालु भगवान शिव की महिमा और जीवन मूल्यों को आत्मसात कर सकेंगे।

न्यूज़ देखो: देवघर में भक्तिभाव और आध्यात्मिक जागरूकता का उत्सव
शिव महापुराण कथा का आयोजन दर्शाता है कि धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम समाज में नैतिकता, भक्ति और आध्यात्मिक चेतना को जागरूक करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में यह कथा श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक सीख और समाज में सद्भाव का संदेश लेकर आई है।
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आस्था और सामाजिक चेतना के साथ जीवन को संवारें
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