
#पलामू #कुएंमेंहादसा – सहियारा गांव में कुएं से लोटा निकालने के दौरान हुआ हादसा, जांच में जुटा प्रशासन
- हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के सहियारा गांव में हुई दर्दनाक घटना
- कुएं में गिरा लोटा निकालने गए बेटे के पीछे उतरे पिता
- संकरी जगह में दम घुटने से दोनों की मौके पर ही मौत
- पोस्टमार्टम के लिए शव भेजे गए, जांच जारी
- प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मदद का भरोसा दिलाया
हादसे ने ली दो जानें
पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के सहियारा गांव में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे में पिता-पुत्र की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान 65 वर्षीय जगत रजवार और 32 वर्षीय मुन्ना रजवार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, मुन्ना रजवार सुबह कुएं के पास काम कर रहा था तभी उसका लोटा कुएं में गिर गया। लोटा निकालने के लिए वह कुएं में उतर गया, लेकिन काफी देर बाद बाहर नहीं आया।
संकरी जगह बनी मौत की वजह
जब मुन्ना की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उसके पिता जगत रजवार भी बेटे को देखने कुएं में उतर गए।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कुएं में पानी नहीं था लेकिन वह बहुत संकरा था, जिसके कारण दम घुटने से दोनों की मौत हो गई।
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को कुएं से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए हुसैनाबाद अस्पताल भेजा गया।
प्रशासनिक टीम पहुंची घटनास्थल
घटना की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी गौरांग महतो, सीओ पंकज कुमार, बीडीओ सुनील कुमार, थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विनेश राम समेत कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी ने कहा:
“पहली दृष्टि में लगता है कि दम घुटने से मौत हुई है। वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा।”
मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन
अनुमंडल पदाधिकारी गौरांग महतो ने मृतक परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। प्रशासन ने कहा है कि परिवार को सरकारी योजना के तहत मदद दी जाएगी।
न्यूज़ देखो: जमीनी सच्चाई की रिपोर्टिंग
‘न्यूज़ देखो’ की टीम हर दुखद घटनाओं की सच्चाई तक पहुंचने और प्रशासनिक जिम्मेदारी की पड़ताल के लिए प्रतिबद्ध है।
सहियारा गांव की इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था और आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्कता ही सुरक्षा है
ऐसे हादसे यह सीख देते हैं कि सामान्य सी लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने कुओं की सफाई, चिन्हांकन और ढकाव बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।