
#गढ़वा #धार्मिक_समारोह : पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के गढ़वा आवास में छठ महापर्व का चार दिवसीय उत्सव – नहाए-खाए के साथ प्रारंभ
- चार दिवसीय छठ महापर्व शनिवार को नहाए-खाए के साथ गढ़वा में धूमधाम से शुरू हुआ।
- पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के आवासीय परिसर में कृत्रिम तालाब बनाकर भव्य सजावट की गई।
- महापर्व में पूर्व मंत्री के परिवार के सदस्य अमिता ठाकुर, अमरनाथ ठाकुर, रंजीत ठाकुर, विनय ठाकुर सहित अन्य परिजन उपस्थित रहे।
- नहाए-खाए के अवसर पर कई पदाधिकारी, प्रबुद्धजन और गढ़वावासी कार्यक्रम में शामिल हुए।
- पूर्व मंत्री ने छठी मईया और भगवान भास्कर से गढ़वा, झारखंड और पूरे देश की सुख-समृद्धि एवं अमन-चैन की कामना की।
गढ़वा में चार दिवसीय छठ महापर्व का शुभारंभ शनिवार को नहाए-खाए के साथ हुआ, जिसे पूरे शहर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के गढ़वा स्थित आवासीय परिसर में विशेष रूप से तैयार किए गए कृत्रिम तालाब के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूर्व मंत्री के परिवारजन और अन्य रिश्तेदार परंपरा के अनुसार इस अवसर पर शामिल हुए।
आयोजन की भव्यता और तैयारी
पूर्व मंत्री के आवास को महापर्व के लिए भव्य और आकर्षक रूप में सजाया गया है। परिसर में कृत्रिम तालाब का निर्माण कर पारंपरिक छठ पूजा की भव्यता को बढ़ाया गया। इस मौके पर परिवार के सदस्य सहित अन्य लोग गढ़वा पहुंचकर उत्सव में भागीदारी कर रहे हैं। अमिता ठाकुर ने विशेष रूप से छठ महापर्व का आयोजन कर परिवार और समुदाय को एकजुट किया।
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा: “लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व आज नहाए-खाए के साथ प्रारंभ हो गया। यह महापर्व सनातन धर्म की परंपरा और लोक आस्था का प्रतीक है। छठी मईया एवं भगवान भास्कर सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं।”
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख व्यक्तित्व
इस भव्य आयोजन में पूर्व मंत्री के बड़े भाई अमरनाथ ठाकुर, रंजीत ठाकुर, विनय ठाकुर सहित परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से झामुमो जिला सचिव शरीफ अंसारी, चंदन जायसवाल, ओम प्रकाश गुप्ता, नितेश सिंह, मनीष कुमार, आशीष अग्रवाल, दिलीप गुप्ता सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे। साथ ही बड़ी संख्या में गढ़वावासी भी इस महापर्व में शामिल होकर उत्सव की गरिमा बढ़ा रहे थे।
छठ महापर्व का धार्मिक और सामाजिक महत्व
छठ महापर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह लोक आस्था और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। नहाए-खाए का पर्व लोगों को एक साथ लाता है और समाज में सहयोग, प्रेम और सामुदायिक भावना को मजबूत करता है। पूर्व मंत्री ने इस अवसर पर गढ़वा और पूरे झारखंड की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।



न्यूज़ देखो: गढ़वा में छठ महापर्व की भव्यता और लोक आस्था का उत्सव
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास पर आयोजित यह छठ महापर्व दिखाता है कि पारंपरिक उत्सव केवल धार्मिक प्रतीक नहीं हैं, बल्कि सामाजिक समरसता और समुदाय की भागीदारी को भी बढ़ाते हैं। महापर्व का आयोजन और स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी इसे और भी यादगार बनाती है।
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छठ महापर्व में श्रद्धा और सामुदायिक एकता को अपनाएं
लोक आस्था के इस महापर्व में शामिल होकर हम न केवल धार्मिक परंपराओं को निभाते हैं, बल्कि समाज में सहयोग और एकता की भावना को भी मजबूत कर सकते हैं। इस चार दिवसीय छठ महापर्व पर सजग रहें, सक्रिय बनें और अपने समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश फैलाएं।




