
#सिमडेगा #स्थापना_दिवस : ओड़गा मैदान में जदुरा नृत्य सहित कई रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच झारखंड स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई।
- ओड़गा उत्क्रमित उच्च विद्यालय के मैदान में 25वां झारखंड स्थापना दिवस मनाया गया।
- कार्यक्रम की शुरुआत ओड़गा पहान पावन जोजो द्वारा पारंपरिक पूजा से हुई।
- जदुरा नृत्य सहित कई आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं।
- कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुशील जड़िया, विशिष्ट अतिथि मुकुट समद, दीपक कुमार महतो, एसआई प्रमोद कुमार उपस्थित रहे।
- कुल 9 नृत्य टीमों की प्रस्तुति, ओड़गा कदमटोली प्रथम, स्टेशन टोली द्वितीय, पहाड़ टोली तृतीय रही।
- अन्य 6 नृत्य मंडलियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
सिमडेगा जिले के जलडेगा प्रखंड अंतर्गत ओड़गा उत्क्रमित उच्च विद्यालय के मैदान में सोमवार को झारखंड स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती संयुक्त रूप से बेहद उत्साह और पारंपरिक रंगों के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी परंपरा के अनुसार ओड़गा पहान पावन जोजो द्वारा पूजा-अर्चना और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इसके बाद जदुरा नृत्य सहित विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरा माहौल उत्सवमय कर दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समा
कार्यक्रम में कुल नौ नृत्य मंडलियों ने हिस्सा लिया। जजों ने पारंपरिकता, तालमेल और प्रस्तुति के आधार पर मूल्यांकन किया। ओड़गा कदमटोली की टीम ने पहले स्थान पर कब्जा किया, जबकि ओड़गा स्टेशन टोली दूसरे और ओड़गा पहाड़ टोली तीसरे स्थान पर रही। विजेता टीमों को क्रमशः सुशील जड़िया, एसआई प्रमोद कुमार और मुखिया मुकुट समद द्वारा सम्मानित किया गया। अन्य छह मंडलियों को भी सांत्वना पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
यह कार्यक्रम कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी के निर्देश पर आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष सुशील जड़िया मौजूद रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में ओड़गा मुखिया मुकुट समद, पंचायत समिति सदस्य एवं मिशन बदलाव के जिला अध्यक्ष दीपक कुमार महतो और एसआई प्रमोद कुमार ने उपस्थिति दर्ज कराई। मौके पर बिरसा मुंडा समिति के अध्यक्ष संतोष जोजो, पहड़ा राजा सुखराम जोजो, उपमुखिया दयामणि जोजो, वार्ड सदस्य महेश्वरी खेस, नेल्सन जोजो, विनय बुढ़ और बड़ी संख्या में ग्रामीण सामुदायिक रूप से इस उत्सव का हिस्सा बने।
बिरसा मुंडा की विरासत और झारखंडी अस्मिता का उत्सव
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच वक्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा की वीरता, बलिदान और झारखंडी अस्मिता के लिए किए गए संघर्ष को याद किया। स्थापना दिवस के इस अवसर पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम के दौरान ओडगा थाना के एसआई प्रमोद कुमार और पुलिस बल भी मौजूद रहे, जिससे आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और अस्मिता की यह विरासत संजोने योग्य
स्थापना दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि झारखंडी पहचान, संस्कृति और संघर्ष की कहानी को याद करने का अवसर है। ऐसे सांस्कृतिक आयोजन गांवों में एकता, गौरव और सामूहिक शक्ति बढ़ाते हैं।
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सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखें
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