
#कोलेबिरा #युवाग्रामसभा : पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में छात्रों द्वारा आयोजित मॉडल युवा ग्राम सभा में आदर्श गांव की सुविधाओं और नशा मुक्त समाज का संदेश पेश किया गया
- कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलन और रिबन काटकर किया।
- कक्षा 11वीं के छात्रों ने नाटक और रोल-प्ले के माध्यम से आदर्श गांव की परिकल्पना प्रस्तुत की।
- सभा में सोलर लाइट, स्वच्छ पेयजल, पक्की सड़कें, आधुनिक विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी और पुस्तकालय जैसी सुविधाओं को प्रमुखता दी गई।
- सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव पूरी तरह नशा मुक्त रहेगा।
- शिक्षकों का योगदान, जिनमें ज्योति टुटी, यश पटेल, आशीष कुमार, गोविंद मन्ना, अवधेश रजक, सुशील कुमार, सुशील कुमार शर्मा और प्रवीण कुमार शामिल थे, कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम रहा।
पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में सोमवार को ‘मॉडल युवा ग्राम सभा’ का भव्य आयोजन किया गया। कक्षा 11वीं (कला संकाय) के छात्रों ने इस आयोजन के माध्यम से आदर्श गांव की संरचना, आवश्यक सुविधाओं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलन, मां सरस्वती को पुष्पांजलि अर्पित करने और रिबन काटकर किया।
आदर्श गांव की परिकल्पना और सुविधाएँ
छात्रों ने ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और ग्रामीणों की भूमिका निभाते हुए आदर्श गांव की व्यवस्था प्रदर्शित की। उन्होंने दिखाया कि विकसित गांव में सोलर लाइट, स्वच्छ पेयजल, पक्की सड़कें, आधुनिक विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, कंप्यूटर सेंटर और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं अनिवार्य हैं। इस मंचन से यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण विकास केवल भौतिक निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीकी सुविधाओं का समुचित मिश्रण जरूरी है।
प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने कहा: “हम चाहते हैं कि छात्र न केवल शिक्षा प्राप्त करें, बल्कि अपने गांव और समाज के लिए सोचें और जिम्मेदारी लें।”
नशा मुक्त समाज का संदेश
कार्यक्रम का सबसे महत्वपूर्ण पहलू वह क्षण था जब मुखिया और पंचायत सचिव ने पूरे सभा में घोषणा की कि “हमारा गांव पूरी तरह नशा मुक्त रहेगा।” इस निर्णय को छात्रों और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। इस कदम से स्पष्ट संदेश गया कि युवा वर्ग समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
शिक्षक ज्योति टुटी ने कहा: “छात्रों ने आदर्श ग्राम की तस्वीर के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाने का सराहनीय प्रयास किया है।”
शिक्षकों और कर्मचारियों का योगदान
कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों की भूमिका भी अहम रही। रसायन विज्ञान की शिक्षिका ज्योति टुटी, भूगोल शिक्षक यश पटेल, गणित शिक्षक आशीष कुमार, अंग्रेजी शिक्षक गोविंद मन्ना, कला शिक्षक अवधेश रजक, कंप्यूटर शिक्षक सुशील कुमार, इतिहास शिक्षक सुशील कुमार शर्मा और प्रवीण कुमार ने छात्रों को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने छात्रों को रोल-प्ले, मॉडल निर्माण और सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए प्रशिक्षित किया।
शिक्षक आशीष कुमार ने कहा: “छात्रों ने पूरी लगन और मेहनत के साथ आदर्श ग्राम को मंच पर जीवंत किया, जो उनके नेतृत्व और सामाजिक दायित्व की क्षमता को दर्शाता है।”
कार्यक्रम का समापन और विद्यार्थी उत्साह
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य और सभी शिक्षकों ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया। यह आयोजन न केवल छात्रों में नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देता है, बल्कि ग्रामीण समाज में जागरूकता फैलाने का भी माध्यम बनता है। छात्रों की प्रस्तुति से यह संदेश गया कि शिक्षा केवल अकादमिक ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज और नेतृत्व के लिए भी महत्वपूर्ण है।

न्यूज़ देखो: छात्रों के माध्यम से युवा नेतृत्व और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा
यह कार्यक्रम स्पष्ट करता है कि विद्यालय केवल शैक्षिक संस्थान नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व क्षमता का प्रशिक्षण स्थल भी है। छात्रों द्वारा प्रदर्शित आदर्श ग्राम और नशा मुक्त समाज का संदेश ग्रामीण समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयासों को गति देता है। विद्यालय और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी ने यह सुनिश्चित किया कि युवाओं में नेतृत्व और सामाजिक दायित्व की भावना मजबूत हो।
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नेतृत्व और समाज में बदलाव की दिशा में कदम
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