#चंदवा #विजयदशमी : 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति में शांतिपूर्ण और सफल आयोजन, भव्य पंडाल और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाई उत्सव की शोभा
- रोल महुआ मिलान दुर्गा मंडल में हुआ ऐतिहासिक जतरा मेला।
- करीब 10 हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति रिकॉर्ड रही।
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रामायण नाटक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
- प्रतिमाओं का विसर्जन जमीरा तालाब में संपन्न।
- प्रतुल शाह देव ने प्रशासन, समिति और ग्रामीणों को धन्यवाद दिया।
चंदवा प्रखंड के रोल महुआ मिलान दुर्गा मंडल में विजयदशमी के अवसर पर इस बार का जतरा मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। भव्य आयोजन में 10 हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी, जो इस सुदूरवर्ती क्षेत्र के लिए एक रिकॉर्ड है। प्रशासन, पुलिस, पूजा समिति और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और लोग पूरी उत्सुकता के साथ मेले और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लेते रहे।
सांस्कृतिक रंग और महिलाओं की सहभागिता
जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रामायण नाटक ने दर्शकों का मन मोह लिया। कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई। इस आयोजन में सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं की रही, जिससे उत्सव की रंगत और बढ़ गई।
मां दुर्गा की भव्य विदाई
शुक्रवार दोपहर 2 बजे मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां को विदाई दी और प्रतिमाओं का विसर्जन जमीरा तालाब में किया गया।
प्रतुल शाह देव का आभार और आयोजन की विशेषताएं
पूजा समिति के अध्यक्ष प्रतुल शाह देव ने बताया कि यह 18 वर्षों का सबसे बड़ा आयोजन रहा। इस बार पहली बार लाल किला थीम पर विशाल पंडाल का निर्माण किया गया, जिसे देखने दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग पहुंचे। उन्होंने इस ऐतिहासिक सफलता और मेले में सहयोग देने के लिए प्रशासन, पुलिस, समिति के सदस्यों और ग्रामीणों का विशेष धन्यवाद किया।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस अवसर पर लातेहार जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष लाल अरविंद शाह देव, पूजा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रमेश प्रसाद, अरविंद आशीष सिंह, माल्हन मुखिया जतरू मुंडा, रमेश साव, मोहन लाला चावड़ा, आलोक कुमार, राहुल शाहदेव, प्रमोद दुबे, जय प्रकाश घटवार, रमेश गुप्ता, उदय शाहदेव, उदित शाहदेव, अजीत शाहदेव, आशीष कुमार सिंह, सूर्यनाथ सिंह, रोहित शाहदेव, शंकर मुंडा, बल्कू मुंडा, प्रशांत शाहदेव, सत्यपाल घटवार, कोलेसर यादव, दीपक शाहदेव, राजेश प्रजापति, सुबोध प्रजापति, किशुन उरांव, दिलीप साव, जयंत प्रसाद, सूरज प्रजापति, हेमंत चावड़ा, देव रतन गिरी, वीरेंद्र गिरी, सत्यम शाह देव, लखन प्रजापति, शंभु घटवार, जगेसर भगत, रामदास प्रजापति, सोनू शाहदेव, अजय घटवार सहित दर्जनों अन्य लोग उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सफल आयोजन में जनभागीदारी का परिचय
रोल का यह विजयदशमी मेला दिखाता है कि जब प्रशासन, पुलिस, समिति और ग्रामीण मिलकर जिम्मेदारी निभाते हैं तो बड़े आयोजनों को शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक सफलता दिलाई जा सकती है। यह आयोजन जनभागीदारी और सामूहिक सहयोग का उदाहरण बन चुका है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संस्कृति, उत्सव और सामूहिक प्रयास का संदेश
जतरा मेला केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को सशक्त करने का अवसर है। अब समय है कि हम सभी इस प्रकार के आयोजनों में सक्रिय भागीदारी दिखाएं, सुरक्षा सुनिश्चित करें और इसे और सफल बनाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों तक साझा करें और यह संदेश फैलाएं कि आस्था और एकता मिलकर समाज को मजबूत बनाती है।