
#गढ़वा #धार्मिक_उत्सव : डंडई में सरस्वती और यूरिया नदी के संगम से जल भरकर शोभायात्रा निकाली गई
- डंडई में सोमवार को भव्य कलश यात्रा का आयोजन, हजारों श्रद्धालु शामिल।
- श्रद्धालुओं ने सरस्वती और यूरिया नदी के संगम से पवित्र जल भरा।
- कलश यात्रा को विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए डंडई देवी धाम चौपाल स्थित पूजा पंडाल तक पहुँचाया गया।
- पुजारी रवींद्रनाथ पाण्डेय ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच जलकलश की पूजा-अर्चना कराई।
- आयोजन समिति के अध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद, सचिव प्यारी सिंह, कोषाध्यक्ष अलख निरंजन प्रसाद ने व्यवस्थाओं का समुचित संचालन किया।
गढ़वा जिले के डंडई में सोमवार को धार्मिक उत्साह और भक्ति भाव के बीच भव्य कलश यात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने जरदे स्थित सरस्वती और यूरिया नदी के संगम से पवित्र जल भरा और इसे शोभायात्रा के रूप में विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए डंडई देवी धाम चौपाल स्थित पूजा पंडाल तक पहुँचाया। पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और वातावरण पूरी तरह भक्तिमय और धार्मिक रंग में रंग गया।
वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना
कलश यात्रा के दौरान पुजारी रवींद्रनाथ पाण्डेय ने जलकलश की विधिवत पूजा-अर्चना कराई। इस अवसर पर मुख्य यजमान अजय मेहता ने पूजा का दायित्व संभाला। आयोजन समिति की ओर से अध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद, सचिव प्यारी सिंह और कोषाध्यक्ष अलख निरंजन प्रसाद ने पूरे कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की देखरेख की।
श्रद्धालुओं की बड़ी भागीदारी
कलश यात्रा में हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा के मार्ग में जगह-जगह लोगों ने कलश यात्रा का स्वागत किया और भक्तिमय गीतों से वातावरण गुंजायमान रहा। स्थानीय लोगों ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई और सभी ने मिलकर श्रद्धा और उत्साह का माहौल बनाए रखा।
डंडई देवी धाम में कलश स्थापना
डंडई देवी धाम परिसर पहुंचने के बाद कलशों को पूजा पंडाल में स्थापित किया गया। आगामी दिनों में यहां धार्मिक अनुष्ठानों की श्रृंखला संपन्न होगी। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्साह का प्रतीक रहा, बल्कि सामाजिक एकता और आपसी सहयोग का संदेश भी देता दिखा।
न्यूज़ देखो: धार्मिक उत्सव और सामाजिक एकता का संदेश
डंडई की भव्य कलश यात्रा यह दिखाती है कि धार्मिक आयोजन न केवल श्रद्धा और भक्ति का माध्यम हैं, बल्कि समाज में एकता और सहयोग को भी बढ़ावा देते हैं। स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी ने इसे और सफल बनाया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
एकजुटता और श्रद्धा से आगे बढ़ें
इस पावन अवसर पर अपनी आस्था को मजबूत करें और समाज में भाईचारा बढ़ाएं। अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें और सामुदायिक सहयोग का संदेश फैलाएं।