#गिरिडीह #सांस्कृतिक_कार्यक्रम : बगोदर के राधिका प्लेस में लिटिल चैंप्स प्ले स्कूल द्वारा आयोजित नवरंग डांडिया कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं
- बगोदर के राधिका प्लेस में लिटिल चैंप्स प्ले स्कूल का भव्य नवरंग डांडिया कार्यक्रम आयोजित हुआ।
- कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बगोदर विधायक एवं विधानसभा सचेतक श्री नागेंद्र महतो उपस्थित रहे।
- विधायक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया और बच्चों एवं आयोजकों को सफलता की शुभकामनाएँ दी।
- बच्चों और युवाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में डांडिया नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।
- कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखना और सामाजिक एकता को मजबूत करना था।
बगोदर के राधिका प्लेस में लिटिल चैंप्स प्ले स्कूल द्वारा दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर आयोजित नवरंग डांडिया कार्यक्रम में भारी उत्साह और श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मुख्य अतिथि विधायक नागेंद्र महतो ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन हमारी परंपराओं को बनाए रखने और सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने में अहम योगदान देते हैं।
कार्यक्रम की रूपरेखा
कार्यक्रम में लिटिल चैंप्स प्ले स्कूल की चेयरमैन श्रीमती गीतांजलि सिंह एवं पूरी टीम ने बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर शानदार मंच सजाया। उपस्थित दर्शकों ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंग-बिरंगे डांडिया नृत्यों को अत्यंत सराहा। वातावरण माता रानी के जयकारों, संगीत और तालियों की गूंज से भक्तिमय हो उठा।
विधायक नागेंद्र महतो ने आयोजन मंडली और बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा:
“इस प्रकार के आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और युवा पीढ़ी में उत्साह बढ़ाने का सबसे सुंदर तरीका हैं। बच्चों और आयोजकों को इस सफलता के लिए हार्दिक बधाई।”
कार्यक्रम के अंत में विधायक ने माता रानी से सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रबल किया बल्कि समाज में मेलजोल और एकजुटता की भावना भी मजबूत की।



न्यूज़ देखो: सांस्कृतिक आयोजनों में सामाजिक एकता और युवा सहभागिता
यह आयोजन दर्शाता है कि धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि समाज में सामूहिक चेतना, पारंपरिक शिक्षा और सामाजिक एकता को भी प्रोत्साहित करते हैं। युवा पीढ़ी के लिए यह सीख और प्रेरणा दोनों का माध्यम बनता है।
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सांस्कृतिक जागरूकता और समाजिक योगदान
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर हम अपनी परंपराओं और विरासत को जीवित रख सकते हैं। इस तरह की घटनाओं में सहभागी बनें, बच्चों और युवाओं के प्रयासों की सराहना करें और समाज में एकजुटता का संदेश फैलाएँ। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और समाज में संस्कृति और उत्साह को बढ़ावा दें।