
#गिरिडीह #धार्मिक_उत्सव : अनंत चतुर्दशी पर दिगंबर जैन पंचायत द्वारा आयोजित शोभायात्रा ने नगरवासियों को एकता और भक्ति का संदेश दिया
- अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर शनिवार को दिगंबर जैन पंचायत द्वारा शहर में भव्य शोभायात्रा आयोजित की गई।
- शोभायात्रा की शुरुआत बड़ा चौक से हुई और नगर के मुख्य मार्गों से होकर जैन मंदिर तक पहुंची।
- श्रद्धालु महिलाओं, पुरुषों, युवाओं और वृद्धों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और भगवान महावीर के जयकारे लगाए।
- भक्ति गीतों और झांकियों के साथ नगर में आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्तिमय वातावरण का अनुभव हुआ।
- शोभायात्रा ने जैन समाज की धार्मिक आस्था, एकता और सद्भाव को शहरवासियों के सामने उजागर किया।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर आयोजित यह शोभायात्रा शहर के लिए एक भव्य धार्मिक कार्यक्रम साबित हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की सहभागिता ने नगर में भक्ति और उत्साह का माहौल उत्पन्न किया। शोभायात्रा ने न केवल जैन समाज की धार्मिक परंपरा को जीवंत रखा, बल्कि नगरवासियों के बीच सामूहिक आध्यात्मिक अनुभव और सामाजिक एकता को भी बढ़ावा दिया।
शोभायात्रा का मार्ग और आयोजन
शोभायात्रा बड़ा चौक से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों से होकर जैन मंदिर तक पहुँची। महिलाओं, पुरुषों, युवाओं और वृद्धों ने झांकियों और भक्ति गीतों के साथ उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। पूरे नगर में शोभायात्रा के दौरान भगवान महावीर के जयकारे गूंजते रहे।
जैन पंचायत के अध्यक्ष ने कहा: “इस भव्य शोभायात्रा का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन करना है, बल्कि नगरवासियों में एकता, सद्भाव और आध्यात्मिकता का संदेश फैलाना भी है।”
नगरवासियों की सहभागिता और उत्साह
शोभायात्रा में बड़ी संख्या में नगरवासी शामिल हुए। सभी ने हाथ में झंडे और पूजा सामग्री लेकर भगवान महावीर की भक्ति में भाग लिया। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित लोगों ने इसे एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव बताया और नगर में उत्सव की रौनक में वृद्धि हुई।
एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा: “इस शोभायात्रा ने नगरवासियों में सामूहिक भक्ति और सहयोग की भावना को और मजबूत किया। यह आयोजन अविस्मरणीय रहेगा।”
आध्यात्मिक संदेश और सामाजिक प्रभाव
शोभायात्रा ने जैन धर्म की धार्मिक शिक्षाओं और नैतिक मूल्यों को उजागर किया। नगरवासियों ने इसे एक ऐसा अवसर माना जहां सभी समुदाय के लोग एक साथ भक्ति और आध्यात्मिकता में भाग ले सकते हैं। यह न केवल धार्मिक पर्व के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक सौहार्द और सांस्कृतिक धरोहर को भी सशक्त करता है।
न्यूज़ देखो: गिरिडीह में अनंत चतुर्दशी की शोभायात्रा ने भक्ति और एकता का संदेश फैलाया
शोभायात्रा ने यह दिखाया कि धार्मिक आयोजन केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं होते बल्कि सामाजिक एकता और सामूहिक आध्यात्मिक अनुभव का माध्यम भी बन सकते हैं। जैन समाज की सक्रिय भागीदारी और नगरवासियों के उत्साह ने इसे एक यादगार पर्व बना दिया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
धार्मिक आस्था और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दें
इस अवसर पर अपने समाज में सहभागिता बढ़ाएं और धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों में योगदान दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और सामूहिक भक्ति का संदेश फैलाएं।