
#गिरिडीह #डुमरी : सब्जी विक्रेता के साथ हुई मार्मिक घटना में आरोपी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और हर्जाना अदा किया
- डुमरी चौक पर वायरल हुए वीडियो में जामतारा निवासी समसुद्दीन अंसारी ने नाराजगी में सब्जी विक्रेता की टोकरी सड़क पर फेंक दी।
- पीड़िता लीलावती देवी (पति बासुदेव साव) ने घटना की शिकायत थाना में दर्ज करवाई।
- मौके पर पहुंचकर थाना प्रभारी की मौजूदगी में आरोपी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और सब्जियों का हर्जाना अदा किया।
- आरोपी समसुद्दीन अंसारी को स्थानीय झामुमो नेता बताया जा रहा है।
- स्थानीय लोगों ने कहा कि किसानों की मेहनत और परिस्थितियों के चलते फसलें तैयार करना आसान नहीं है, इसलिए सब्जियों पर गुस्सा निकालना अनुचित है।
डुमरी चौक की यह घटना पहले वायरल वीडियो के माध्यम से लोगों के सामने आई, जिसमें समसुद्दीन अंसारी ने सब्जी विक्रेता की टोकरी सड़क पर फेंक दी। यह दृश्य लोगों के लिए चौंकाने वाला और दुखद था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता लीलावती देवी ने अपने पति बासुदेव साव के साथ थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई।
आरोपी की माफी और हर्जाना
मौके पर पहुंचकर थाना प्रभारी की निगरानी में समसुद्दीन अंसारी ने अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और सब्जियों के हर्जाने के रूप में पूरी राशि अदा की। इस कदम से पीड़िता को न्याय मिला और समुदाय में भरोसा कायम हुआ।
थाना प्रभारी ने कहा: “घटना को गंभीरता से लिया गया। आरोपी ने तुरंत माफी मांगी और हर्जाना अदा किया, जिससे पीड़िता को न्याय मिला।”
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना ने स्थानीय लोगों में चिंता और नाराजगी पैदा की। कई लोगों ने कहा कि खेती और सब्जियों की पैदावार में बहुत मेहनत और चुनौतियां होती हैं। कभी बारिश, कभी गर्मी और कभी ठंड की वजह से फसलें बर्बाद हो सकती हैं। ऐसे में सब्जियों के दाम पर गुस्सा निकालना अनुचित है।
समुदाय में सहयोग और संदेश
पीड़िता की शिकायत और आरोपी के माफी एवं हर्जाना देने के कदम ने यह संदेश दिया कि समुदाय में न्याय और सहानुभूति दोनों महत्वपूर्ण हैं। लोगों ने घटना में सहयोग करने और समाधान सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और स्थानीय समुदाय का धन्यवाद किया।

न्यूज़ देखो: समुदाय, न्याय और जिम्मेदारी का उदाहरण
यह घटना दिखाती है कि छोटे लेकिन मार्मिक मामलों में सार्वजनिक जवाबदेही, माफी और हर्जाना से न्याय सुनिश्चित किया जा सकता है। पुलिस और समुदाय ने मिलकर पीड़िता के अधिकारों की रक्षा की और स्थानीय स्तर पर जिम्मेदारी का उदाहरण पेश किया।
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जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ न्याय सुनिश्चित करें
समुदाय के हर सदस्य को चाहिए कि ऐसे मामलों में जागरूक और संवेदनशील रहें। पीड़ित का साथ दें, न्याय की प्रक्रिया में सहयोग करें और अपने अनुभव साझा करें ताकि समाज में समानता और जिम्मेदारी की भावना बनी रहे। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें।




