
#गिरिडीह #श्रावणसेवा : प्रेस क्लब ने डुमरी में किया शिविर आयोजन, पुलिस ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
- कांवरियों की सेवा में जुटीं सामाजिक संस्थाएं और युवा टोलियाँ
- प्रेस क्लब डुमरी ने लगाया सुविधा युक्त सेवा शिविर
- पेयजल, मेडिकल सहायता, मोबाइल टॉयलेट्स और विश्राम की व्यवस्था
- एसपी डॉ. बिमल कुमार ने शिविर का किया निरीक्षण
- रात 8 से सुबह 4 बजे तक कांवरियों की सुरक्षा में तैनात रहेगी पुलिस टीम
सेवा ही शिव की भक्ति
श्रावणी मेले के दौरान गिरिडीह जिले में कांवरियों की सेवा में जनसहयोग उमड़ पड़ा है। डुमरी, बगोदर समेत कई इलाकों में सामाजिक संगठनों, युवाओं और स्वयंसेवकों की टोलियों द्वारा जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में कांवरियों को ठहरने की सुविधा, शुद्ध पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा, भोजन और मोबाइल शौचालय जैसी व्यवस्थाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
प्रेस क्लब डुमरी ने बढ़ाया मानवीय सेवा का कदम
प्रेस क्लब गिरिडीह द्वारा डुमरी में स्थापित सेवा शिविर विशेष रूप से चर्चा में है। यहां कांवरियों को 24 घंटे निशुल्क सेवा दी जा रही है। विश्रामगृह में बैठने व लेटने की जगह, मेडिकल किट, पानी और जरूरी दवाइयों की भी समुचित व्यवस्था है। शिविर में स्वयंसेवक लगातार सक्रिय हैं, ताकि कोई कांवरिया बिना सहायता के न रह जाए।
पुलिस कप्तान ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार ने रविवार को डुमरी शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रेस क्लब और अन्य संगठनों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि कांवरियों की सेवा सबसे बड़ी भक्ति है। एसपी ने सेवा में लगे युवाओं का उत्साहवर्धन किया और कांवरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात दोहराई।
“कांवरियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस की टीम रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक लगातार मार्ग में तैनात रहेगी, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।” — डॉ. बिमल कुमार, पुलिस अधीक्षक गिरिडीह
सुरक्षा के भी पुख्ता इंतज़ाम
श्रावण यात्रा के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग, मोबाइल गश्ती और महिला जवानों की भी तैनाती की है। यात्रा मार्ग पर सभी संवेदनशील स्थानों की पहचान कर वहां विशेष निगरानी रखी जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
न्यूज़ देखो: श्रद्धा के साथ सेवा भी जरूरी
न्यूज़ देखो यह मानता है कि श्रावणी मेले जैसे आयोजनों में सिर्फ आस्था ही नहीं, सेवा भावना भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गिरिडीह के युवाओं और संस्थाओं ने यह साबित कर दिया है कि जहां श्रद्धा होती है, वहां सेवा अपने आप चल पड़ती है। पुलिस प्रशासन और समाज के समन्वय से यह श्रावण यात्रा और भी विशेष बन रही है।
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