#रांची #उत्सवमेला : खरीदारी और मनोरंजन से गुलजार रहा मोराबादी मैदान, ब्रांड्स के स्टॉल्स पर रही खास भीड़
- रांची मोराबादी मैदान में उत्सव मेले का तीसरा दिन बेहद खास रहा।
- सुबह से देर शाम तक लोगों की भारी भीड़, खरीदारी का उत्साह चरम पर।
- महिलाओं ने क्रिएशन और घरेलू सामान के स्टॉल्स पर जमकर खरीदारी की।
- बच्चों ने झूलों और खाने-पीने के स्टॉल्स का लिया खूब आनंद।
- रामबन्धु और टेम्पटिन के स्टॉल्स पर ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी।
रांची के मोराबादी मैदान में चल रहे उत्सव मेले का तीसरा दिन उत्साह और उमंग से भरपूर रहा। सुबह से ही मैदान में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी और शाम तक खरीदारी और मनोरंजन का सिलसिला जारी रहा। मेले में आए लोगों ने न केवल सामान खरीदे बल्कि मनोरंजन और खानपान का भी खूब लुत्फ उठाया।
खरीदारी का उत्साह
मेले के विभिन्न स्टॉल्स पर ग्राहकों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। महिलाओं ने खासकर क्रिएशन और घरेलू सामान के स्टॉल्स पर जमकर खरीदारी की। कपड़े, सजावटी सामान और रसोई से जुड़ी वस्तुओं की जबरदस्त डिमांड रही। ग्राहकों का कहना था कि इस मेले में उन्हें एक ही जगह पर बेहतर गुणवत्ता और सस्ती कीमतों में सामान मिल रहा है।
बच्चों और युवाओं का आकर्षण
बच्चों के लिए लगाए गए झूले और एडवेंचर गेम्स ने पूरे मैदान का माहौल जीवंत कर दिया। खाने-पीने के स्टॉल्स पर भी बच्चों और युवाओं की भीड़ जुटी रही। चाट, आइसक्रीम और अन्य व्यंजनों का स्वाद मेले के आकर्षण का केंद्र रहा।
ब्रांडेड स्टॉल्स की लोकप्रियता
इस बीच रामबन्धु और टेम्पटिन जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स के स्टॉल्स पर ग्राहकों की लंबी कतारें लगीं। लोगों ने इनके प्रोडक्ट्स का स्वाद चखा और जमकर खरीदारी की। स्वाद और गुणवत्ता की सराहना करते हुए ग्राहकों ने कहा कि इस तरह के ब्रांड्स मेले की रौनक को और बढ़ा देते हैं।
आयोजकों ने कहा: “इस मेले का उद्देश्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्यमियों को बढ़ावा देना भी है। बढ़ती भीड़ इसका प्रमाण है कि लोग इस आयोजन को दिल से पसंद कर रहे हैं।”
व्यापार और उद्यमिता को प्रोत्साहन
आयोजकों ने बताया कि मेले के माध्यम से न केवल शहरवासियों को मनोरंजन और खरीदारी का मौका मिल रहा है, बल्कि स्थानीय छोटे व्यवसायियों और उद्यमियों को भी अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिल रहा है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

न्यूज़ देखो: उत्सव में झलकती स्थानीय संस्कृति और बाजार की ताकत
रांची का यह उत्सव मेला सिर्फ मनोरंजन का केंद्र नहीं बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्यमिता को नया मंच भी दे रहा है। जिस तरह से लोग भारी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं, वह दर्शाता है कि शहरवासी न सिर्फ़ संस्कृति से जुड़े आयोजनों में रुचि रखते हैं बल्कि स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं।
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मिलजुल कर मनाएं उत्सव
उत्सव का असली आनंद तभी है जब इसमें सभी वर्गों की भागीदारी हो। ऐसे मेले सामाजिक सौहार्द, आर्थिक प्रगति और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत बनाते हैं। आइए, हम सब इस खुशी को साझा करें—अपनी राय दें, इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और उत्सव का हिस्सा बनें।