
#हजारीबाग #पुलिस_कार्रवाई : बुण्डु जंगल क्षेत्र में बड़ी वारदात की साजिश रच रहे चार अपराधी हथियारों के साथ पकड़े गए — आलोक गिरोह की सक्रियता पर पुलिस ने कसा शिकंजा
- केरेडारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने संगठित अपराध पर बड़ी कार्रवाई की।
- 06 दिसंबर की शाम बुण्डु जंगल में वारदात की योजना बनाते चार अपराधी गिरफ्तार।
- पुलिस ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बड़कागांव के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की।
- गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अर्जुन करमाली, समीर कुमार, राहुल कुमार, निखिल विश्वकर्मा के रूप में हुई।
- आरोपी अर्जुन करमाली कुख्यात आलोक गिरोह से जुड़ा, कई मामलों में शामिल होने की स्वीकारोक्ति।
- पुलिस ने हथियार, गोलियां और आपत्तिजनक सामान बरामद किए।
हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चार अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 06 दिसंबर की शाम मिले गुप्त इनपुट पर की गई, जिसमें बताया गया था कि बुण्डु जंगल क्षेत्र में अपराधी किसी गंभीर वारदात की योजना बना रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बनाई गई विशेष टीम ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की और संदिग्ध गतिविधि में शामिल चार लोगों को दबोच लिया।
गुप्त सूचना से लेकर गिरफ्तारी तक पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस को शाम को यह सूचन मिली कि बुण्डु जंगल क्षेत्र में कुछ लोग किसी बड़ी वारदात की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बड़कागांव के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई।
टीम ने बुण्डु और कोले मार्ग की ओर पैदल छापामारी शुरू की। शाम करीब 7:15 बजे, पुलिस को जंगल के पास सड़क किनारे संदिग्ध लोग दिखाई दिए। पुलिस को देखते ही कुछ लोग भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने चार अपराधियों को वहीं पकड़ लिया।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान
पुलिस ने जिन चार अपराधियों को पकड़ा, उनकी पहचान इस प्रकार है:
- अर्जुन करमाली उर्फ जयकांत उर्फ भैरव सिंह
- समीर कुमार
- राहुल कुमार
- निखिल विश्वकर्मा
पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
पूछताछ में एक के बाद एक बड़े राज खुले
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी अर्जुन करमाली ने स्वीकार किया कि वह कुख्यात आलोक गिरोह से जुड़ा हुआ है। उसने बताया कि राहुल तुरी की हत्या के बाद वह गिरोह का संचालन कर रहा है और अक्सर भैरव सिंह तथा अन्य नामों से लोगों को धमकाता था।
उसने यह भी स्वीकार किया कि 23 नवंबर की रात रूपलाल करमाली की हत्या में वही शामिल था।
पुलिस के अनुसार: “अर्जुन ने स्वीकार किया कि पहले 7.62 एमएम पिस्टल से फायर किया गया था, लेकिन गोली फंस जाने पर कारबाइन से दोबारा फायर कर हत्या को अंजाम दिया गया।”
NTPC परियोजना से रंगदारी वसूलने की योजना बना रहे थे अपराधी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी 06 दिसंबर की रात N.T.P.C. कोयला खनन परियोजना में कार्यरत MDO और ट्रांसपोर्टरों से रंगदारी वसूलने की योजना बना रहे थे।
आरोपियों का गिरोह क्षेत्र में तनाव फैलाकर अवैध वसूली करता था और हाल के दिनों में इसकी सक्रियता बढ़ गई थी।
हथियार और आपत्तिजनक सामग्री बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने अपराधियों के पास से कई हथियार और महत्वपूर्ण सामान बरामद किए। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। बरामद हथियारों की फोरेंसिक जांच की जाएगी और इनके नेटवर्क की पहचान के लिए आगे की कार्रवाई जारी है।
न्यूज़ देखो: संगठित अपराध के खिलाफ मजबूती का संकेत
केरेडारी में चार अपराधियों की गिरफ्तारी से यह साफ है कि हजारीबाग पुलिस संगठित अपराध और गिरोहबाजी के खिलाफ निर्णायक रुख अपना चुकी है। यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि प्रशासन अपराधियों को जड़ से खत्म करने के लिए सघन अभियान चला रहा है। ऐसे कदम से स्थानीय लोगों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ेगा और आपराधिक नेटवर्क पर बड़ी चोट पहुंचेगी।
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अपराध मुक्त समाज का संकल्प, जागरूक नागरिकों का समर्थन
संगठित अपराध पर रोक लगाने के लिए पुलिस की तत्परता तो जरूरी है ही, साथ ही समाज का सहयोग भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यदि लोग संदिग्ध गतिविधियों की सूचना समय पर दें, तो कई घटनाओं को रोका जा सकता है।





