#चंदवा #विस्थापन : ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में हुई आमसभा, जमीन त्रुटि सुधार तक आंदोलन जारी रखने पर जोर
- ग्राम प्रधान रोबिन उरांव की अध्यक्षता में पंचायत भवन बारी में हुई बैठक।
- बैठक का संचालन लाल जन्मजय नाथ शाहदेव और बेलाल अहमद ने किया।
- अंचलाधिकारी से हुई मुलाकात की जानकारी साझा, जमीन सुधार को लेकर उम्मीदें बढ़ीं।
- सर्व समिति का निर्णय – रैयतों की त्रुटिपूर्ण जमीन और पारिवारिक सूची तैयार होगी।
- निर्णय लिया गया कि जमीन सुधार तक कंपनी के सभी कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा।
- मौके पर हाजी हाशिम, अहमद अंसारी, महेश मोची, अरुण राम, सुरेश उरांव, अयूब अंसारी, नेजाम मियां समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद।
चंदवा प्रखंड के बनहर्दी कॉल ब्लॉक विस्थापित रैयतों की बैठक ग्राम प्रधान रोबिन उरांव की अध्यक्षता में पंचायत भवन बारी में आयोजित की गई। बैठक का संचालन लाल जन्मजय नाथ शाहदेव और बेलाल अहमद ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान पिछली बैठक में लिए गए निर्णय और अंचलाधिकारी से हुई मुलाकात की जानकारी विस्तार से साझा की गई।
अंचलाधिकारी से मुलाकात पर चर्चा
बैठक में बताया गया कि हाल ही में रैयत प्रतिनिधिमंडल ने अंचलाधिकारी से मुलाकात कर जमीन त्रुटि की समस्याओं पर चर्चा की थी। अंचलाधिकारी ने रैयतों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और सुधार की दिशा में जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इससे ग्रामीणों के बीच एक नई उम्मीद जगी है कि उनकी भूमि संबंधी गड़बड़ियां दूर होंगी।
सर्व समिति का बड़ा निर्णय
बैठक में सर्व समिति से महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि सभी विस्थापित रैयतों की जमीन त्रुटि सूची और पारिवारिक सूची तैयार की जाएगी। साथ ही स्पष्ट रूप से यह भी तय हुआ कि जब तक सभी रैयतों की जमीन संबंधी गड़बड़ियां दुरुस्त नहीं होतीं, तब तक कॉल ब्लॉक क्षेत्र में कंपनी के किसी भी कार्य का बहिष्कार किया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग और आक्रोश
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और उपायुक्त से मांग की कि इस गंभीर मुद्दे को तुरंत संज्ञान में लेते हुए जमीन संबंधी समस्याओं का समाधान कराया जाए। उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
बैठक में रही बड़ी उपस्थिति
बैठक में हाजी हाशिम, हाजी समीद, अहमद अंसारी, महेश मोची, अरुण राम, सुरेश उरांव, राजू उरांव, रमेश उरांव, तेतर मोची, अयूब अंसारी, नेजाम मियां, सेराज अंसारी, गजेंद्र राम, संतोष राम, जीतेन्द्र उरांव, हनीफ मियां, सादिक मियां, जगलाल उरांव, संदीप घांसी, मुंगेश उरांव, बशीर अंसारी, धनलाल उरांव, दिलीप उरांव, वीरेंद्र उरांव, सुले उरांव, नरेश उरांव, महादेव उरांव, हीरालाल उरांव, सरवर आलम, मेराज अंसारी, बुटन सिंह, बरतु उरांव, महेन्द्र घांसी, विनेश्वर उरांव, संतोष उरांव, राजदेव उरांव, कंदरू राम, सूरज उरांव, सबिता देवी, सचिता कुमारी समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

न्यूज़ देखो: विस्थापितों की आवाज बनी एकजुटता
यह बैठक स्पष्ट संदेश देती है कि विस्थापित रैयत अब अपनी जमीन और अधिकारों के लिए पूरी मजबूती से खड़े हैं। जब तक जमीन सुधार नहीं होता, विकास कार्य आगे नहीं बढ़ पाएंगे। प्रशासन के लिए यह चेतावनी है कि स्थानीय जनता की बात सुनी जाए और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए।
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संघर्ष से ही मिलेगा अधिकार
बनहर्दी कॉल ब्लॉक के रैयतों का निर्णय बताता है कि सामूहिक संघर्ष ही न्याय दिला सकता है। अब समय है कि हर ग्रामीण अपनी बात मजबूती से रखे और समाधान की राह आसान बनाए। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और इस संघर्ष को और मजबूत बनाएं।