
#दुमका #सड़क_दुर्घटना : दुमका–बासुकीनाथ मुख्य मार्ग पर अनियंत्रित कार कच्चे मकान से टकराई, बड़ा हादसा टला।
दुमका जिले के बेगनथारा गांव के पास दुमका–बासुकीनाथ मुख्य मार्ग पर एक बड़ा सड़क हादसा उस समय होते-होते टल गया, जब बासुकीनाथ जा रही एक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने कच्चे मकान से जा टकराई। कार में सवार पांच युवक बांका से पूजा-अर्चना के लिए बासुकीनाथ धाम जा रहे थे। दुर्घटना में कार और मकान को भारी नुकसान पहुंचा, हालांकि सभी युवक सुरक्षित बच गए। यह घटना सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार के खतरे को एक बार फिर उजागर करती है।
- दुमका–बासुकीनाथ मुख्य मार्ग पर बेगनथारा गांव के पास हादसा।
- बांका से आए पांच युवक कार में सवार होकर बासुकीनाथ जा रहे थे।
- अनियंत्रित कार सड़क किनारे बने कच्चे मकान से टकराई।
- कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त, मकान का आंशिक हिस्सा टूटा।
- स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सभी युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
दुमका जिले के बेगनथारा गांव में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दुमका–बासुकीनाथ मुख्य मार्ग पर एक तेज रफ्तार कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने एक कच्चे मकान से जा टकराई। हादसा इतना जोरदार था कि टक्कर की आवाज दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार में सवार पांच युवक बिहार के बांका जिले से आए थे और बासुकीनाथ धाम में पूजा-अर्चना के उद्देश्य से जा रहे थे। बताया जा रहा है कि रास्ते में अचानक संतुलन बिगड़ने के कारण चालक कार पर नियंत्रण नहीं रख सका और वाहन सीधे घर से जा भिड़ा।
जोरदार टक्कर से दहशत का माहौल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, कच्चे मकान की दीवार और सामने का हिस्सा टूट गया। हादसे के समय घर के अंदर मौजूद लोग भी सहम गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि मकान में मौजूद किसी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आई।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और कार में फंसे युवकों को बाहर निकालने में मदद की। ग्रामीणों की तत्परता से सभी युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घटना के बाद कुछ समय के लिए सड़क पर यातायात भी बाधित रहा।
सभी युवक सुरक्षित, बड़ा हादसा टला
हादसे में कार सवार सभी युवक बाल-बाल बच गए। किसी को गंभीर चोट नहीं आई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि कार की रफ्तार और अधिक होती या मकान के अंदर अधिक लोग मौजूद होते, तो स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस मार्ग पर तेज गति से वाहन चलाने की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं। विशेषकर धार्मिक पर्यटन के मौसम में बासुकीनाथ जाने वाले वाहनों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहन संचालन पर सवाल खड़े करता है। दुमका–बासुकीनाथ मार्ग पर आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद वाहन चालकों द्वारा सावधानी नहीं बरती जाती।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई जगहों पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी संकेत और सड़क किनारे सुरक्षा इंतजामों की कमी है। इसके साथ ही, चालक भी धार्मिक यात्रा के दौरान जल्दबाजी में नियमों की अनदेखी करते हैं।
प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि बेगनथारा गांव के पास सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। विशेषकर रिहायशी इलाकों के पास स्पीड कंट्रोल, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा अवरोधक लगाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि धार्मिक पर्यटन को देखते हुए इस मार्ग पर नियमित रूप से पुलिस गश्त और यातायात निगरानी की आवश्यकता है, जिससे वाहन चालकों में नियमों के पालन का भय बना रहे।
न्यूज़ देखो: चेतावनी है यह हादसा
बेगनथारा में हुआ यह हादसा भले ही जानलेवा साबित नहीं हुआ, लेकिन यह एक गंभीर चेतावनी जरूर है। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाना न केवल खुद के लिए बल्कि दूसरों की जान के लिए भी खतरा बन सकता है। प्रशासन और नागरिक—दोनों की जिम्मेदारी है कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सावधानी ही सुरक्षा की पहली शर्त
सड़क पर एक पल की लापरवाही जीवन भर का पछतावा बन सकती है।
धार्मिक यात्रा हो या सामान्य सफर, नियमों का पालन सभी के लिए जरूरी है।
आप भी सुरक्षित ड्राइविंग का संकल्प लें और दूसरों को भी जागरूक करें।
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