
#देवघर #यात्री_सुरक्षा : आरपीएफ की सतर्कता से ट्रेन के दौरान संदिग्ध गतिविधि पकड़ी गई और चोरी का प्रयास समय रहते नाकाम किया गया
- आरपीएफ ने जसीडीह स्टेशन पर एक संदिग्ध युवक को पकड़ा।
- ट्रेन 18184 बक्सर–टाटा एक्सप्रेस के आगमन के समय घटना।
- पार्सल ऑफिस के पास संदिग्ध गतिविधि देखते ही पीछा किया गया।
- आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए।
- युवक को सामान सहित जीआरपीएस जसीडीह के सुपुर्द किया गया।
ट्रेन संख्या 18184 बक्सर–टाटा एक्सप्रेस के जसीडीह स्टेशन पहुंचते ही आरपीएफ ने पार्सल ऑफिस के पास मौजूद एक युवक की गतिविधियों में संदिग्धता देखी। ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत तैनात जवानों ने तुरंत कार्रवाई की और युवक के भागने का प्रयास करते ही उसे ऑटो स्टैंड के पास पकड़ लिया। तलाशी में दो मोबाइल फोन मिले, जिनके बारे में वह कोई वैध दस्तावेज या स्पष्ट जानकारी नहीं दे सका। प्रारंभिक जांच के बाद आरोपी को बरामद सामान के साथ जीआरपीएस जसीडीह को सौंप दिया गया। इससे स्टेशन परिसर में संभावित चोरी की घटना को समय रहते रोक लिया गया।
आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी की पूरी कहानी
जसीडीह रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की सुबह बक्सर–टाटा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही यात्री गतिविधियों में तेजी आ गई थी। इसी दौरान आरपीएफ के जवानों ने पार्सल ऑफिस क्षेत्र में एक युवक को संदिग्ध रूप से घूमते देखा। युवक बार-बार आसपास नजरें दौड़ा रहा था और ट्रेन रुकते ही उसने तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश की। यह देखकर आरपीएफ जवानों को शक हुआ और उन्होंने उसे रोकने का प्रयास किया। युवक अचानक भागने लगा, इसके बाद आरपीएफ टीम ने पीछा करते हुए उसे ऑटो स्टैंड के पास धर दबोचा।
बरामदगी के दौरान युवक के पास से दो मोबाइल फोन मिले। पूछताछ में वह फोन के स्रोत और स्वामित्व के बारे में कोई संतोषजनक जानकारी नहीं दे सका। फोन चोरी के होने की आशंका को देखते हुए आरपीएफ ने उसे तुरंत हिरासत में लिया। बाद में मामले को आगे की कार्रवाई के लिए जीआरपीएस जसीडीह को सौंप दिया गया। स्टेशन परिसर में तेजी से की गई यह कार्रवाई चोरी की किसी बड़ी योजना को रोकने में सफल साबित हुई।
बरामद दो मोबाइल और शुरुआती जांच में उठे सवाल
आरपीएफ द्वारा बरामद किए गए दो मोबाइल फोन शुरुआती जांच में संदेहास्पद पाए गए। युवक फोन के संबंध में न तो खरीद रसीद दिखा सका, न ही किसी मालिक का नाम बता पाया। इसके बाद आरपीएफ ने शक जताया कि वह ट्रेन या स्टेशन क्षेत्र में चोरी करने की फिराक में था। जीआरपीएस अब मोबाइल की आईएमईआई जांच कर वास्तविक मालिक की पहचान में जुटी है, ताकि चोरी की पुष्टि हो सके और पीड़ित तक फोन वापस पहुंचाया जा सके।
ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत सख्ती बढ़ी
भारतीय रेल ने हाल के महीनों में यात्रियों के सामान की लगातार हो रही चोरी को देखते हुए ऑपरेशन यात्री सुरक्षा शुरू किया है। इस अभियान में पार्सल ऑफिस, वेटिंग हॉल, प्लेटफॉर्म और फुटओवर ब्रिज जैसे संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जाती है। जसीडीह स्टेशन पर की गई यह कार्रवाई इसी अभियान की सफलता का उदाहरण है, जिसने न केवल संभावित चोरी को रोका बल्कि अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर भी अंकुश लगाया।
न्यूज़ देखो: यात्री सुरक्षा में बढ़ती सजगता का संकेत
यह घटना दिखाती है कि रेलवे सुरक्षा बल की सक्रियता और सतर्क निगरानी भविष्य में बड़े अपराधों को रोक सकती है। स्टेशन पर बढ़ती चोरी की घटनाओं के बीच यह कार्रवाई यात्रियों में भरोसा जगाती है। सुरक्षा एजेंसियों की यह तत्परता जरूरी है ताकि यात्रा सुरक्षित और सहज हो सके।
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सुरक्षित यात्रा हमारी जिम्मेदारी
आज जब भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर अपराधियों की चालाकी बढ़ रही है, ऐसे में हम सभी का जागरूक रहना बेहद जरूरी है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें—आपकी एक सूचना किसी बड़ी घटना को रोक सकती है। रेल यात्राओं को सुरक्षित बनाने के लिए समाज और सुरक्षा बलों का सहयोग समान रूप से जरूरी है।
अब आपकी बारी—कमेंट कर बताएं कि रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए। इस खबर को शेयर करें ताकि अधिक लोग सतर्क रहें और जागरूकता बढ़े।





