
#सिमडेगा #सड़क_दुर्घटना : रामजड़ी बाजार के पास अनियंत्रित बाइक हादसे में एक व्यक्ति घायल – पहचान अब तक नहीं हो पाई।
- कोलेबिरा प्रखंड के रामजड़ी बाजार के पास हुई सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल।
- टीवीएस XL 100 हैवी ड्यूटी (OD 14AJ 1838) बाइक से गिरा व्यक्ति, लचरागढ़ से कोलेबिरा की ओर जा रहा था।
- अचानक बीच सड़क पर घुसे कुत्ते से बचने के प्रयास में चालक बाइक सहित गिर पड़ा।
- ग्रामीणों ने समझदारी दिखाते हुए एंबुलेंस रोककर घायल को कोलेबिरा सीएचसी भेजा।
- घायल की पहचान अब तक अज्ञात, प्रशासन ने आम जनता से मदद की अपील की।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा प्रखंड में आज एक सड़क हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना रामजड़ी बाजार के पास हुई, जहां एक व्यक्ति टीवीएस XL 100 हैवी ड्यूटी बाइक (OD 14AJ 1838) से लचरागढ़ से कोलेबिरा की ओर जा रहा था। जैसे ही वह बाजार के निकट पहुंचा, अचानक एक अज्ञात कुत्ता सड़क पर दौड़कर आ गया, जिससे चालक का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क पर गिर पड़ा। ग्रामीणों ने तत्काल मौके पर मौजूद एक एंबुलेंस को रोककर घायल को कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पहुंचाया।
हादसे की सूचना पर ग्रामीणों की तत्परता
घटना के चंद मिनटों में ही आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। सभी ने मिलकर घायल व्यक्ति को सड़क किनारे से हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उसी समय लचरागढ़ की ओर से कोलेबिरा जा रही एक एंबुलेंस मौके से गुजर रही थी, जिसे ग्रामीणों ने रोककर घायल को अस्पताल भेजने की पहल की। ग्रामीणों का कहना था कि यदि एंबुलेंस समय पर नहीं रुकती तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला। “सड़क पर अचानक कुत्ता घुसा, चालक ने ब्रेक लगाई और बाइक पलट गई,” उन्होंने कहा। हादसे के बाद सड़क पर कुछ समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।
पहचान नहीं हो सकी, प्रशासन ने की अपील
अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायल को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। उसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, जिसके कारण प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि यदि कोई व्यक्ति घायल को पहचानता है, तो वह तुरंत कोलेबिरा सीएचसी अस्पताल पहुंचकर जानकारी दें ताकि परिजनों से संपर्क स्थापित किया जा सके।
फिलहाल चिकित्सकों के अनुसार उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, और उपचार जारी है।
आवारा पशुओं से सड़क सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि रामजड़ी बाजार से कोलेबिरा तक की सड़क पर अक्सर आवारा पशु घूमते रहते हैं, जो अचानक वाहनों के सामने आ जाते हैं। कई बार इस वजह से छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से आवारा पशुओं के नियंत्रण और सड़क किनारे उनकी निगरानी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस सड़क से स्कूल जाने वाले बच्चों और कामकाजी लोगों की दैनिक आवाजाही होती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना रहता है।
एक ग्रामीण ने कहा: “यह पहली बार नहीं है। हर हफ्ते कोई न कोई इस सड़क पर गिरता है या घायल होता है। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।”
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सड़कें संकरी और घुमावदार होती हैं, वहां पशुओं के अचानक सामने आने से दुर्घटनाओं की संभावना अधिक होती है। इसलिए वाहनों की गति नियंत्रित रखने और स्थानीय निकायों द्वारा पशु प्रबंधन पर सख्त व्यवस्था जरूरी है।
कोलेबिरा प्रशासन की पहल की जरूरत
स्थानीय लोगों ने कोलेबिरा प्रशासन से अपील की है कि वे इस सड़क पर सुरक्षा संकेतक बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और रात में रोशनी की उचित व्यवस्था करें। साथ ही पशुपालकों को भी अपने जानवरों को खुला न छोड़ने की सलाह दी जानी चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि सामुदायिक जिम्मेदारी भी है।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा पर जागरूकता जरूरी
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि ग्रामीण सड़कों पर सुरक्षा मानकों की कमी किस तरह लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है। कोलेबिरा जैसी जगहों पर छोटे हादसे भी बड़े खतरे का रूप ले सकते हैं। प्रशासन को आवारा पशुओं के प्रबंधन और सड़क किनारे सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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सजग रहें सतर्क चलें और जिम्मेदारी निभाएं
सड़क सुरक्षा केवल हेलमेट या रफ्तार की बात नहीं है, बल्कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। सड़क पर चलते समय सावधानी रखें, आवारा पशुओं या बाधाओं को देखकर गति कम करें। प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षा मानकों को लागू करे ताकि अनमोल जीवन सुरक्षित रहे।
अब समय है कि हम सब मिलकर सुरक्षित सड़कों के लिए अपनी भूमिका निभाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें और जागरूकता फैलाएं।




