
#गिरिडीह #साइबर_अपराध : जमुआ थाना क्षेत्र की एक विवाहिता ने सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो और फोटो वायरल करने के मामले में पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत दर्ज कराई
- जमुआ थाना क्षेत्र की विवाहिता ने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक के पास आवेदन दिया।
- आरोपी सूरज कुमार उर्फ गणेश साव ने पीड़िता की पुराने फोटो और वीडियो एडिट कर अश्लील गानों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया।
- घटना से पीड़िता की सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक जीवन प्रभावित हुआ।
- पीड़िता ने पूर्व में साइबर थाना में भी शिकायत दर्ज कराई थी, मामला वर्तमान में कोर्ट में विचाराधीन है।
- लगातार मिल रही धमकियों और पुलिस की धीमी कार्रवाई से पीड़िता निराश है।
- आईटी एक्ट और संबंधित धाराओं के तहत दोषियों पर कठोर सजा का प्रावधान है।
जमुआ थाना क्षेत्र की विवाहिता ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के पास लिखित आवेदन देकर गंभीर साइबर अपराध की शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी सूरज कुमार ने उसके पुराने फोटो और वीडियो को एडिट कर अश्लील गानों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिससे उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक जीवन प्रभावित हुआ। पीड़िता शादीशुदा है और बच्चों की मां होने के कारण इस घटना से मानसिक रूप से काफी परेशान हैं।
पीड़िता की गुहार और शिकायत का विवरण
पीड़िता ने बताया कि इस मामले में उसने पहले भी गिरिडीह साइबर थाना में आवेदन दिया था और मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन दोषी के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लगातार धमकियों और धीमी पुलिस कार्रवाई से निराश होकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि उन्हें न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
पीड़िता ने कहा: “मैं चाहती हूँ कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो ताकि मेरी प्रतिष्ठा और परिवार को सुरक्षा मिले।”
इस मामले में पुलिस अधीक्षक स्तर पर शिकायत दर्ज करने से कार्रवाई की संभावना बढ़ जाती है। पीड़िता को सभी उपलब्ध सबूत जैसे फोटो, वीडियो और चैट लॉग पुलिस को उपलब्ध कराना चाहिए ताकि मामले में शीघ्र कार्रवाई संभव हो।
कानूनी प्रावधान और कार्रवाई
आईटी एक्ट और संबंधित धाराओं के तहत ऐसे अपराधों के लिए कठोर सजा का प्रावधान है। साइबर अपराध में दोषी को जेल और जुर्माने की सजा दी जा सकती है। पुलिस और न्यायपालिका मिलकर ऐसे मामलों में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
पुलिस अधीक्षक गिरिडीह ने कहा: “हम साइबर अपराध की गंभीरता को समझते हैं और शिकायत मिलने के बाद जल्द ही जांच और कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।”
न्यूज़ देखो: साइबर अपराध से प्रभावित लोगों को न्याय दिलाने में तेजी जरूरी
यह घटना दिखाती है कि साइबर अपराध न केवल व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर भी गहरा असर डालता है। प्रशासन और पुलिस को इस तरह के मामलों में तेजी से कार्रवाई करना आवश्यक है ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके।
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साइबर सुरक्षा और जागरूकता का संदेश
सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा बनाए रखना आज हर नागरिक की जिम्मेदारी है। ऐसे मामलों में तुरंत शिकायत दर्ज कराना और सभी सबूत संग्रहीत करना बेहद महत्वपूर्ण है। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें और साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता देने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।