#रांची #ड्रगमाफियामहिला_गिरोह : झारखंड में महिला ड्रग्स पैडलर्स की बढ़ती संख्या—‘भाभी जी’, ‘गुडली’, ‘ज्योति’ जैसी महिलाएं नशे के धंधे की कमान संभाल रहीं, पुलिस ने एक दर्जन से अधिक महिला तस्करों को चिन्हित किया है
- राजधानी रांची में सक्रिय 340 ड्रग्स पैडलर्स में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल
- एक दर्जन से अधिक महिला ड्रग्स पैडलर्स की पहचान और ठिकानों की जानकारी पुलिस को
- ‘भाभी जी’, ‘गुडली’, ‘माना’ समेत कई महिलाएं पहले से जेल जा चुकी हैं या पुलिस रडार पर हैं
- ‘ज्योति गैंग’, ‘भाभी गैंग’, ‘डियर गैंग्स’ जैसे गिरोह में महिलाएं ही मुख्य किरदार में
- महिलाएं महिला होने का फायदा उठाकर पुलिस की नजरों से बचती रही हैं
रांची में महिला ड्रग्स माफियाओं का उभार, पुलिस के लिए गंभीर चेतावनी
राजधानी रांची में ड्रग्स कारोबार अब सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं रहा। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, शहर में करीब 340 ड्रग्स पैडलर्स सक्रिय हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। पहले जहां महिलाएं सिर्फ ड्रग्स की डिलीवरी गर्ल या कूरियर के तौर पर देखी जाती थीं, अब वही महिलाएं पूरे गिरोह की कमान संभाल रही हैं।
पुलिस की नजर में चिन्हित महिला तस्कर
एक दर्जन से अधिक महिला ड्रग्स पैडलर्स की पहचान और लोकेशन पुलिस के पास दर्ज है। पुलिस लगातार इन पर नजर बनाए हुए है और कई को गिरफ्तार भी किया गया है। ये महिलाएं सामाजिक पहचान और महिला सुरक्षा कानूनों का लाभ उठाकर अपराध की दुनिया में संगठित तरीके से काम कर रही हैं।
पहचानिए इन महिलाओं को—आपके आसपास ही फैल रही है नशे की बीमारी
इनमें प्रमुख नाम हैं:
- भाभी जी उर्फ रूबी देवी: सासाराम (बिहार) की रहने वाली, रांची सहित झारखंड के कई शहरों में ड्रग्स की सप्लाई करती थी। अब जेल में है।
- आरती देवी उर्फ गुडली: रांची के हातमा की निवासी, पहले भी जेल जा चुकी है, अब भी पुलिस की निगरानी में है।
- राजो देवी उर्फ माना: अनगड़ा निवासी, लगातार ड्रग्स की तस्करी में शामिल।
- सलोनी खलखो, सेजल खान, सुषमा (पहाड़गंज, म.प्र.), सोनी हेला, राधिका कुमारी, प्रियंका (लोहरदगा), सुनीता देवी, सलोमी टोपनो (खूंटी) और कोमल देवी (सुखदेव नगर)—सभी सक्रिय तस्कर हैं।
मॉडल ज्योति से शुरुआत, अब दर्जनों महिला तस्कर एक्टिव
ड्रग्स तस्करी में महिला सक्रियता की शुरुआत मॉडल ज्योति से मानी जाती है, जो मुंबई से मॉडलिंग छोड़कर रांची आई और ड्रग्स की तस्करी में लिप्त पाई गई। ज्योति को कई बार गिरफ्तार किया गया, लेकिन वह फिर सक्रिय हो गई। अब राजधानी में ज्योति जैसी कई महिलाएं और लड़कियां इस धंधे में सक्रिय हैं।
‘भाभी गैंग’ से ‘डियर गैंग्स’ तक—महिला गिरोहों का नेटवर्क
रांची में भाभी गैंग, ज्योति गैंग, डियर गैंग्स, मुंबई माल, दिल्ली एक्सप्रेस जैसे संगठित गिरोहों का नेटवर्क सामने आया है, जिनमें महिलाएं ही मुख्य भूमिका में हैं। पुलिस का कहना है कि महिला होने के कारण इन पर कार्रवाई में कानूनी पेचिदगियां आती हैं, जिससे वे बच निकलती हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा: “अब हम महिला तस्करों पर विशेष फोकस कर रहे हैं। हमने इनकी पहचान कर ली है और जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
न्यूज़ देखो: महिला सुरक्षा की आड़ में फलता नशे का धंधा
महिला ड्रग्स माफियाओं की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि कानून के सुरक्षात्मक पक्ष का दुरुपयोग हो रहा है। ‘न्यूज़ देखो’ ने पहले भी ऐसे नेटवर्क की परतें खोली हैं और अब इस महिला गिरोह की परतें उजागर कर जनता को जागरूक करना हमारा कर्तव्य है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाली पीढ़ियां इसका बड़ा खामियाजा भुगतेंगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक बनें, समाज को सुरक्षित रखें
ड्रग्स माफिया चाहे महिला हो या पुरुष, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्वों की पहचान करें और पुलिस को जानकारी दें। अपने बच्चों को इस खतरे से बचाना आज की सबसे बड़ी सामाजिक चुनौती है।
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