
#गढ़वा #शिक्षा : 44 केंद्रों पर शिक्षकों के लिए आधुनिक शिक्षण तकनीक और स्मार्ट क्लास संचालन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ
- गढ़वा जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए एक्स्ट्रामार्क्स एजेंसी ने विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया।
- 524 शिक्षकों को 44 नामित प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण का मुख्य विषय डिजिटल शिक्षण, स्मार्ट क्लास संचालन और मूल्यांकन की नई पद्धतियाँ हैं।
- कार्यक्रम 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।
- राजकीय मध्य विद्यालय बीरबंधा में प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन और स्वागत समारोह के साथ हुआ।
- उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम पूरा करना नहीं, बल्कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच और समस्या समाधान की क्षमता विकसित करना है।
गढ़वा जिले में शिक्षा की गुणवत्ता को उन्नत बनाने के लिए प्रशासन ने एक महत्वाकांक्षी पहल की है। आज से जिले के 44 नामित प्रशिक्षण केंद्रों पर एक्स्ट्रामार्क्स (ExtraMarks) एजेंसी के माध्यम से 524 शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। यह प्रशिक्षण 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक दो चरणों में आयोजित होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों, स्मार्ट क्लास संचालन, डिजिटल पाठ्य सामग्री और मूल्यांकन की नई पद्धतियों से परिचित कराना है।
प्रशिक्षण का प्रारंभ और उद्देश्य
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ राजकीय मध्य विद्यालय बीरबंधा में किया गया, जहाँ शिक्षकों का स्वागत और दीप प्रज्ज्वलन के साथ उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर प्रोजेक्ट मैनेजर आनंद सिंह और जिला समन्वयक तौहीद अंसारी ने प्रशिक्षण का उद्देश्य और प्रक्रिया विस्तार से समझाई।
आनंद सिंह ने कहा: “यह प्रशिक्षण केवल पाठ्यक्रम पूरा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में समस्या समाधान और रचनात्मक सोच की क्षमता विकसित करना है।”
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को कंप्यूटर संचालन, स्मार्ट क्लास के उपयोग और डिजिटल शिक्षण सामग्री की प्रभावी प्रस्तुति की जानकारी दी जा रही है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति और जिला शिक्षा दिशा निर्देश
यह पहल पूरी तरह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और राज्य सरकार के नवीनतम शैक्षिक दिशानिर्देशों के अनुरूप है। प्रशिक्षण में शिक्षकों को आईसीटी लैब और स्मार्ट क्लास संचालन से संबंधित कौशल सिखाए जा रहे हैं।
जिला समन्वयक तौहीद अंसारी ने कहा: “गढ़वा जिले के शिक्षक डिजिटल युग के शिक्षण उपकरणों से परिचित होंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आएगा।”
आईसीटी इंस्ट्रक्टर प्रियतम कुमार रजक ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षक डिजिटल शिक्षण विधियों में दक्ष होंगे और स्मार्ट क्लास संचालन में सक्षम होंगे।
शिक्षक और छात्र दोनों के लिए लाभ
प्रथम चरण में राजकीय मध्य विद्यालय करके, महुलिया और बीरबंधा के शिक्षक शामिल हुए। प्रशिक्षकों ने बताया कि डिजिटल शिक्षण विधियों में दक्षता प्राप्त करने के बाद शिक्षक विद्यार्थियों को सृजनात्मक और आलोचनात्मक सोच के साथ पढ़ा पाएंगे। प्रशिक्षण शिविर में संजय कुमार यादव, विजय प्रसाद यादव, रामाशीष कुमार मेहता, राजश्री सिंह, प्रभाकर तिवारी, महेंद्रनाथ पासवान, श्वेता कुमारी सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: गढ़वा में शिक्षा का डिजिटल युग, शिक्षक बने आधुनिक शिक्षण के वाहक
गढ़वा में यह प्रशिक्षण पहल दिखाती है कि जब शिक्षक डिजिटल उपकरणों से लैस होंगे, तो शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तक तक सीमित नहीं रहेगी। शिक्षक आधुनिक तकनीक से शिक्षण करेंगे, जिससे छात्र सृजनात्मक सोच और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता विकसित करेंगे। यह कदम जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
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डिजिटल शिक्षा से गढ़वा के बच्चों का उज्जवल भविष्य
अब समय है कि शिक्षकों और छात्रों दोनों को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए। शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित न रहे, बल्कि स्मार्ट क्लास और डिजिटल कंटेंट के माध्यम से हर छात्र सशक्त बने। इस परिवर्तन में आप भी सहयोग करें — अपनी राय साझा करें, खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव का हिस्सा बनें।