
#सिमडेगा #प्रशिक्षण : नवोदय विद्यालय में कर्मयोगी दर्शन से जुड़ा प्रेरक आयोजन
- पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा प्रोग्राम का आयोजन।
- कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य संजय कुमार सिंह ने किया।
- मुख्य फैसिलिटेटर के रूप में गुमला से आए वरिष्ठ शिक्षक विनोद कुमार रहे।
- चार मॉड्यूल आधारित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए।
- प्रतिभागियों को कर्तव्य, सेवा-भाव और नैतिक मूल्यों पर विशेष मार्गदर्शन मिला।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय में 2 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकों, कार्यालयकर्मियों, मेसकर्मियों और सहयोगी स्टाफ ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर सेवा भावना और कार्य के प्रति निष्ठा को नई दिशा दी। कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मयोगी दर्शन को आत्मसात कर कार्य में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को मजबूत करना था।
उद्घाटन और मुख्य मार्गदर्शन
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार सिंह के कर-कमलों से हुआ। इस अवसर पर गुमला स्थित पीएम श्री नवोदय विद्यालय से आए वरिष्ठ शिक्षक विनोद कुमार ने मुख्य फैसिलिटेटर की भूमिका निभाई। वहीं, वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार ने वेन्यू फैसिलिटेटर के रूप में सत्र को समन्वित और प्रभावशाली ढंग से संचालित किया।
कर्मयोगी दर्शन और जीवन मूल्यों का परिचय
प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों को कर्मयोगी दर्शन से परिचित कराया गया। यह स्पष्ट किया गया कि एक सच्चा कर्मयोगी वही है जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा, सेवा-भाव, पारदर्शिता और उच्च नैतिक मूल्यों के साथ करता है। यह सत्र ज्ञानवर्धक होने के साथ-साथ प्रतिभागियों के भीतर नवचेतना, उत्तरदायित्व और समर्पण की भावना जागृत करने वाला साबित हुआ।
मॉड्यूल आधारित प्रशिक्षण से बढ़ी सहभागिता
कार्यक्रम में चार मॉड्यूल पर आधारित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए। प्रत्येक सत्र को इंटरैक्टिव बनाने के लिए प्रश्नोत्तरी, समूह गतिविधि, चर्चा और तार्किक अभ्यास जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया। इससे प्रतिभागियों ने न केवल सिद्धांत सीखे, बल्कि उन्हें व्यावहारिक रूप में समझने और अपनाने का भी अवसर मिला।
कार्यक्रम के सक्रिय प्रतिभागी
इस अवसर पर संजय कुमार सिन्हा, सुनील कुमार सिंह, आशुतोष कुमार पांडे, ज्योति टूटी, विजय कुमार भुइयां, पंकज कुमार सिन्हा, ब्रजनन्दन राम, अंजू तिग्गा, नवीन कुमार मिश्रा, पूनम कुमारी, विकास चंद्र, अवधेश रजक, सुबोध कुमार सिंह, सुनैना कुमारी तिर्की, अनिमा इक्का, प्रवीण कुमार, सुशील कुमार, रूपा रोज बिलुंग, घनश्याम, फराज अहमद खान, अनू गुप्ता सहित कई अन्य कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की।
समापन और प्रेरक संदेश
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य संजय कुमार सिंह के प्रेरक संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने कर्मयोगी जीवन शैली की महत्ता बताते हुए कहा:
संजय कुमार सिंह ने कहा: “कर्तव्यनिष्ठा, पारदर्शिता और सेवा भाव राष्ट्र निर्माण के मूल स्तंभ हैं। यदि हम इन मूल्यों को अपने कार्य में अपनाएं तो उत्कृष्टता और सामाजिक विकास निश्चित है।”



न्यूज़ देखो: कर्मयोग से राष्ट्र निर्माण का संकल्प
सिमडेगा में आयोजित यह प्रोग्राम न केवल प्रशासनिक कार्यसंस्कृति को बेहतर बनाने की दिशा में अहम है, बल्कि यह सभी शिक्षाकर्मियों के लिए प्रेरणादायक संदेश भी देता है। ऐसे आयोजन समाज में जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देते हैं।
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अब समय है निष्ठा और सेवा भावना से आगे बढ़ने का
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