#लातेहार #समाजकल्याणसमीक्षा — आंगनबाड़ी से लेकर बाल संरक्षण तक सभी योजनाओं में लक्ष्य प्राप्ति का आदेश, कमजोर वर्गों के बच्चों की सुरक्षा पर विशेष जोर
- उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में समाज कल्याण योजनाओं की गहन समीक्षा
- आंगनबाड़ी केंद्रों की जियो टैग निगरानी और अनुपस्थित सेविकाओं का मानदेय रोके जाने का आदेश
- 30 जून तक रिक्त सेविका/सहायिका पदों पर नियुक्ति का निर्देश
- पोषण ट्रैकर, समर अभियान, मिशन वात्सल्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी
- मानव तस्करी और बाल सुरक्षा पर सतर्कता के साथ कार्य करने की अपील
आंगनबाड़ी संचालन से पोषण अभियान तक, हर बिंदु पर समीक्षा
लातेहार समाहरणालय सभागार में 20 जून को उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण कार्यालय एवं बाल संरक्षण इकाई की कार्यप्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। उपायुक्त ने बैठक में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आंगनबाड़ी भवनों की भौतिक स्थिति, पोषण ट्रैकर ऐप, मानदेय वितरण, THR वितरण, विधवा पुनर्विवाह योजना, तथा मिशन वात्सल्य समेत सभी योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
जियो टैग के जरिए निगरानी, सेविकाओं की उपस्थिति अनिवार्य
उपायुक्त ने सभी CDPOs को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केंद्र प्रतिदिन संचालित हों और उनकी जियो टैग फोटो ग्रुप में साझा की जाए। जिन सेविका-सहायिकाओं की उपस्थिति 100 प्रतिशत नहीं होगी, उनके मानदेय में कटौती के निर्देश दिए गए। साथ ही उन्होंने 30 जून तक रिक्त पदों पर नियुक्ति सुनिश्चित करने को कहा।
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कहा: “सभी विभागीय योजनाओं में निर्धारित लक्ष्यों के विरुद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करें। सेविकाओं से संपर्क कर उन्हें योजनाओं की गंभीरता समझाएं और उचित कार्रवाई करें।”
निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समयसीमा का पालन अनिवार्य
आंगनबाड़ी भवनों की आधारभूत संरचना और निर्माण कार्यों की स्थिति पर विशेष चर्चा हुई। उपायुक्त ने समयबद्ध पूर्णता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। पोषण ट्रैकर एप में डेटा अपडेट की समीक्षा करते हुए उन्होंने गर्भवती, धात्री महिलाओं और बच्चों के सटीक आंकड़े अपलोड करने को कहा।
समर अभियान और मिशन वात्सल्य पर भी हुई चर्चा
कुपोषण और एनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों व महिलाओं को चिन्हित कर MTC में रेफर करने और केंद्रों की नियमित निगरानी का निर्देश दिया गया। मिशन वात्सल्य योजना के तहत कमजोर वर्ग के बच्चों के पुनर्वास व सुरक्षा पर जोर दिया गया। मानव तस्करी के मामलों में रेस्क्यू अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सक्रियता से कार्य करने को कहा गया।
बाल संरक्षण को लेकर दिया गया स्पष्ट संदेश
उपायुक्त ने विशेष परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा, विकास और पुनर्स्थापन के लिए सक्रिय प्रयासों की आवश्यकता जताई। उन्होंने सभी संबंधित कर्मियों से जमीनी स्तर पर काम करने और सहयोगात्मक भावना से कार्य करने की बात कही।
प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अल्का हेंब्रम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, जिला बाल संरक्षण इकाई प्रभारी श्री अजय कच्छप, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: योजनाओं की समीक्षा नहीं, जमीनी असर जरूरी
बैठकें और समीक्षाएं तभी सार्थक हैं जब उनका असर जमीनी हकीकत में दिखे। लातेहार में आंगनबाड़ी और बाल कल्याण की योजनाएं जिस स्तर पर चलाई जा रही हैं, उनकी सफलता स्थानीय कर्मचारियों की गंभीरता और जवाबदेही पर निर्भर करती है। न्यूज़ देखो लगातार ऐसी बैठकों की प्रगति पर नजर रखता रहा है, ताकि नीति और ज़मीनी क्रियान्वयन के बीच का अंतर उजागर हो सके।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी या समाज कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी रखें, जरूरत हो तो शिकायत दर्ज करें। इस खबर पर अपनी राय जरूर दें, और इसे उन लोगों तक पहुंचाएं जिनके लिए ये योजनाएं बनी हैं।