
#लातेहार #महिला_सुरक्षा : मनिका थाना क्षेत्र में गर्भवती महिला के साथ घर में घुसकर मारपीट और प्रताड़ना के आरोप में न्याय की मांग
- गर्भवती महिला संध्या उरांव, उम्र 27 वर्ष, घर में घुसकर मारपीट और प्रताड़ित हुई।
- घटना 01 अक्टूबर 2025, सुबह लगभग 9:30 बजे, ग्राम विश्नबांध, थाना मनिका में हुई।
- आरोपितों में देवकुमार उरांव, बालेश्वर उरांव, राधी उरांव, कबूतरी देवी और मुनवा देवी शामिल।
- पीड़िता और उनकी बहन को जबरन खींचा-तान कर चौकीदार के पास ले जाया गया, हाथ पीछे बांधकर पीटा गया।
- संध्या उरांव ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी।
- मनिका थाना प्रभारी ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुआ है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मनिका थाना क्षेत्र में एक गंभीर महिला उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया है। गर्भवती महिला संध्या उरांव ने आवेदन में बताया कि 01 अक्टूबर 2025 को सुबह लगभग 9:30 बजे, जब वह अपनी बहन के साथ घर पर खाना पका रही थीं, तभी ग्राम के ही कुछ लोग उनके घर घुस आए और गाली-गलौज करते हुए उन्हें और उनकी बहन को जबरन चौकीदार के पास ले गए। पीड़िता के अनुसार, रास्ते भर उन्हें लात-घूंसे मारकर और हाथ पीछे बांधकर प्रताड़ित किया गया। इस दौरान उनकी मां भी वहां पहुंचीं तो उन्हें भी पकड़कर घसीट कर चौकीदार के पास ले जाया गया।
आरोपितों और घटना का विवरण
संध्या ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि देवकुमार उरांव, बालेश्वर उरांव, राधी उरांव, कबूतरी देवी और मुनवा देवी ने मिलकर उन्हें और उनकी बहन को धमकाया और जबरदस्ती चौकीदार के पास ले गए। पीड़िता ने बताया कि चौकीदार ने कथित रूप से आदेश दिया कि दोनों महिलाओं के हाथ पीछे बांध दिए जाएं और उन्हें डंडों से पीटा जाए। इसके बाद बैठक में उन्हें बेरहमी से लात-घूंसे मारकर जलील किया गया।
संध्या उरांव ने कहा: “यदि हमारी बात को झूठा माना गया तो मैं नाको टेस्ट या किसी चिकित्सीय जांच के लिए तैयार हूं। आरोपितों की मंशा बेहद खतरनाक है और कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।”
पीड़िता ने पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि न्याय नहीं मिला तो वह थाना गेट के सामने आत्मदाह करने को बाध्य होंगी। यह मामला न केवल महिला उत्पीड़न का है, बल्कि ग्रामीण स्तर पर दबंगई और मनमानी के खतरनाक रूप को भी उजागर करता है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
मनिका थाना प्रभारी ने कहा कि आवेदन प्राप्त हो गया है और मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की है और आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
न्यूज़ देखो: महिला सुरक्षा और ग्रामीण दबंगई पर गंभीर चेतावनी
यह घटना दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना कितना जरूरी है। प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि ऐसे मामलों में तुरंत सख्त कार्रवाई करें और ग्रामीणों में कानून का भय बनाए रखें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज में महिला सुरक्षा के लिए सजग बनें
महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना हमारी जिम्मेदारी है। अपने आसपास की घटनाओं पर नजर रखें, ऐसे मामलों में मदद करें और समाज में महिला सुरक्षा की दिशा में सक्रिय रहें। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को दूसरों तक पहुँचाएं और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा का संदेश फैलाएं।