
#सिमडेगा #लचरागढ़ : आगामी वित्तीय वर्ष 2026–27 के लिए विकास योजनाओं का प्रस्ताव ग्रामीणों की सहभागिता के साथ तैयार किया गया
- लचरागढ़ पंचायत में आयोजित विशेष ग्राम सभा की अध्यक्षता ग्राम प्रधान ने की।
- ग्राम सभा में पंचायत सचिव संजीव कुमार लोहरा, रोजगार सेवक करीश्मा बड़ाइक, सभी कर्मी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
- बैठक में आजीविका संवर्धन, जल-प्रबंधन, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित पंचायत स्तर की अवसंरचना विकास योजनाओं पर चर्चा हुई।
- ग्रामीणों ने अपनी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया।
- ग्राम सभा का उद्देश्य जनभागीदारी और पारदर्शिता के साथ विकास योजनाओं का निर्माण सुनिश्चित करना था।
लचरागढ़ पंचायत में शुक्रवार को आयोजित विशेष ग्राम सभा ने आगामी वित्तीय वर्ष 2026–27 के लिए विकास योजनाओं को ग्रामीणों की सहभागिता और प्राथमिकताओं के अनुसार तैयार करने की प्रक्रिया को गति दी। इस अवसर पर पंचायत भवन में बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि पंचायत के विकास कार्यों में लोगों की वास्तविक आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए और योजनाओं का निष्पादन पारदर्शी तरीके से हो।
बैठक का उद्देश्य और आयोजन
विशेष ग्राम सभा झारखंड सरकार के पंचायत राज विभाग, रांची के पत्रांक 2284/पं० दिनांक 26-09-2025 तथा आयुक्त-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जिला परिषद् सिमडेगा के ज्ञापांक 502(1ⅱ)/पं दिनांक 18-11-2026 के आलोक में आयोजित की गई। ग्राम प्रधान ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी ग्रामीणों का स्वागत किया और उन्हें योजना निर्माण में सक्रिय भागीदारी देने का आह्वान किया।
ग्राम प्रधान ने कहा: “हमारा उद्देश्य यह है कि हर योजना में ग्रामीणों की वास्तविक जरूरतें और प्राथमिकताएं प्रतिबिंबित हों। इस ग्राम सभा के माध्यम से हम सबका विकास सुनिश्चित करेंगे।”
उपस्थित अधिकारी और ग्रामीण
विशेष ग्राम सभा में उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में पंचायत सचिव संजीव कुमार लोहरा, रोजगार सेवक करीश्मा बड़ाइक, पंचायत के सभी कर्मी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि शामिल थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण भी सभा में मौजूद रहे, जिन्होंने खुले तौर पर अपनी समस्याओं और आवश्यकताओं को रखा।
संजीव कुमार लोहरा ने बताया: “ग्रामीणों की सहभागिता से योजना निर्माण और भी प्रभावी होगी। हम सभी प्रस्तुत सुझावों को ध्यान में रखते हुए कार्यों को प्राथमिकता देंगे।”
प्रमुख चर्चित विषय
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख थे:
- बुनियादी सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण – सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता।
- आजीविका संवर्धन – कृषि, पशुपालन और स्थानीय उद्योगों के लिए प्रशिक्षण और संसाधन।
- जल-प्रबंधन – नलकूप, तालाब और वर्षा जल संचयन योजनाओं का विकास।
- शिक्षा और स्वास्थ्य – स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं, स्वास्थ्य केंद्रों का सुदृढ़ीकरण।
- पंचायत स्तर की अवसंरचना – पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र और खेल सुविधाओं का विकास।
ग्रामीणों की ओर से सुझावों को नोट किया गया और पंचायत ने इसे आगामी योजनाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया।
करीश्मा बड़ाइक ने कहा: “ग्रामीणों के सुझावों से योजनाओं की गुणवत्ता बढ़ती है और यह सुनिश्चित होता है कि विकास सभी तक पहुँच सके।”
निर्णय और आगामी योजना
बैठक के समापन पर ग्राम प्रधान और उपस्थित अधिकारियों ने सभी प्रस्तावित सुझावों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए आगामी विकास योजनाओं के निर्माण का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2026–27 में लचरागढ़ पंचायत के विकास कार्यों को गति देने के लिए यह ग्राम सभा एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
ग्राम प्रधान ने अंतिम संदेश में कहा: “हमारे गांव का विकास तभी संभव है जब प्रत्येक ग्रामवासी अपनी जिम्मेदारी समझे और योजना निर्माण में भाग ले।”
न्यूज़ देखो: लचरागढ़ पंचायत की विशेष ग्राम सभा से ग्रामीणों को मिला विकास में सक्रिय भागीदारी का मौका
यह विशेष ग्राम सभा दर्शाती है कि ग्रामीणों की वास्तविक सहभागिता और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। पंचायत प्रशासन द्वारा पारदर्शिता और समग्र विकास पर जोर दिया गया। यह कदम गांव के समग्र विकास के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश करता है।
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प्रेरक समापन: सक्रिय भागीदारी से बदलें अपने गांव का भविष्य
सभी ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे अपनी पंचायत की योजनाओं में सक्रिय रूप से भाग लें। केवल अधिकार मांगना ही पर्याप्त नहीं है – सुझाव दें, विचार साझा करें और विकास के कार्यों में योगदान दें।
अपने गांव की समस्याओं और आवश्यकताओं को उजागर करें, चर्चा में हिस्सा लें, और योजना निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।





