
#मेदिनीनगर #धार्मिकसभा : विद्यार्थी प्रमुख विवेक सिंह के नेतृत्व में हुई सारगर्भित चर्चा
- विश्व हिंदू परिषद स्थापना दिवस कार्यक्रम के तहत जनकपुरी श्रीराम जानकी मंदिर में बैठक आयोजित।
- विद्यार्थी प्रमुख विवेक सिंह रहे बैठक के मुख्य वार्ता।
- संगठन के इतिहास, वर्तमान कार्य और भविष्य की योजनाओं पर किया गया विस्तार से प्रकाश।
- वार्ड संयोजक अभिषेक, बजरंगी भाई, मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी की रही सक्रिय भागीदारी।
- सभा में उपस्थित लोगों ने संगठन की भूमिका और महत्व पर विचार साझा किए।
सदर मेदिनीनगर अंतर्गत जनकपुरी स्थित श्रीराम जानकी मंदिर प्रांगण में विश्व हिंदू परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम के अवसर पर एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 16 से 31 अगस्त के बीच चल रहे स्थापना दिवस समारोह की श्रृंखला का हिस्सा है।
संगठन की ऐतिहासिक और वर्तमान भूमिका पर चर्चा
बैठक की अध्यक्षता विद्यार्थी प्रमुख श्री विवेक सिंह ने की और वही मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने विस्तार से बताया कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का गठन क्यों और कैसे हुआ। उन्होंने संगठन के भूतकाल में किए गए कठिन कार्यों, वर्तमान में चल रही गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं को उपस्थित लोगों के सामने रखा।
विवेक सिंह: “विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समाज के संगठन, सेवा और राष्ट्रहित में हमेशा अग्रणी रहे हैं। आने वाले समय में भी हम अपनी भूमिका पूरी निष्ठा से निभाते रहेंगे।”
युवा और मातृशक्ति की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में वार्ड संयोजक अभिषेक जी, बजरंगी भाइयों, मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी से जुड़ी बहनों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी ने संगठन की मजबूती, समाज की एकजुटता और राष्ट्रीय अस्मिता को सुदृढ़ बनाने पर अपने विचार साझा किए।
समाजिक चेतना का संदेश
सभा में यह स्पष्ट हुआ कि संगठन के प्रयास केवल धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह समाज सेवा और जनजागरण के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प रखते हैं।
न्यूज़ देखो: संगठन से समाज को नई दिशा
विश्व हिंदू परिषद का यह स्थापना दिवस कार्यक्रम केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि संगठन की यात्रा और समाज के प्रति इसकी जिम्मेदारी का स्मरण भी है। जनकपुरी में हुई यह सभा युवाओं और समाज को एक नई चेतना और ऊर्जा प्रदान करती है।
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संगठन की शक्ति समाज की एकता
इस कार्यक्रम से यह संदेश गया कि जब युवा, मातृशक्ति और संगठन एक मंच पर आते हैं तो समाज की ताकत और अधिक बढ़ जाती है। अब समय है कि हम सब इस एकता को बनाए रखें और सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हों।