
#गढ़वा #कन्याविवाहसोसायटी — संस्था की सभी सेवाएं अब केवल ऑनलाइन, ऑफलाइन काम पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
- सभी योजनाएं और सेवाएं अब केवल ऑनलाइन माध्यम से संचालित होंगी
- ऑफलाइन रसीद या लेन-देन पर एक लाख रुपये जुर्माना और निष्कासन का प्रावधान
- फरवरी 2025 के सामूहिक विवाह आयोजन में हुए अनियमितता पर होगी कानूनी कार्रवाई
- लक्ष्य पार करने वाले कार्यकर्ताओं को मिलेगा प्रोत्साहन और उपहार
- नई जिम्मेदारियों के साथ नव-मनोनित पदाधिकारियों का परिचय एवं शपथ
संस्था की दिशा डिजिटल, अनुशासन पर सख्त रुख
कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी की जिला स्तरीय बैठक 25 जून 2025 को गढ़वा स्थित कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में संस्था की कार्य प्रणाली को पूर्ण रूप से ऑनलाइन किए जाने का निर्णय लिया गया। यह स्पष्ट किया गया कि संस्था की कोई भी सेवा या रिनुअल अब ऑफलाइन माध्यम से नहीं की जाएगी।
संस्था ने सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि कोई ऑफलाइन रसीद का उपयोग करते हुए पाया गया, तो उसपर 1 लाख रुपये जुर्माना, संस्था से निष्कासन, और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सामूहिक विवाह आयोजन में हुई अनियमितता पर होगी सख्त कार्रवाई
बैठक में फरवरी 2025 में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा अवैध रूप से पैसा वसूलने और धोखाधड़ी के मामलों पर गंभीर चर्चा हुई। संस्था ने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में संबंधित व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी, ताकि संस्था की साख प्रभावित न हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
संगठन की मजबूती के लिए नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं
बैठक के दौरान नव-निर्वाचित और मनोनित पदाधिकारियों का परिचय कराया गया। उन्हें संस्था की नई डिजिटल प्रणाली, कार्य दिशा-निर्देश और जवाबदेही से अवगत कराया गया। संस्था ने यह भी घोषणा की कि जो कार्यकर्ता अपने क्षेत्रीय लक्ष्यों को पार करेंगे, उन्हें प्रोत्साहन राशि और विशेष उपहार देकर सम्मानित किया जाएगा।
संगठन विस्तार में सभी का संकल्प
इस महत्वपूर्ण बैठक में नव मनोनीत अध्यक्ष डॉ. नन्दन सिंहा, कोषाध्यक्ष ऊषा कुमारी, सहायक सचिव हसीबुल्ला अंसारी, क्षेत्रीय प्रबंधक अयूब खान, अवधेश पावन, मो. अकबर अंसारी समेत दर्जनों सदस्य मौजूद रहे। सभी ने संस्था की भावी योजनाओं को सफल बनाने और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: डिजिटल पारदर्शिता की ओर एक साहसिक कदम
कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी द्वारा पूरी कार्य प्रणाली को ऑनलाइन रूप में लाना एक सराहनीय कदम है। इससे धोखाधड़ी की घटनाओं पर नियंत्रण, कार्यकुशलता में वृद्धि और सार्वजनिक विश्वास की बहाली संभव होगी। ऐसे फैसले न केवल संस्था को मजबूत बनाते हैं, बल्कि जनकल्याण के कार्यों में भी प्रभावशीलता लाते हैं।
न्यूज़ देखो इस डिजिटल बदलाव का स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि अन्य संस्थाएं भी पारदर्शिता और जवाबदेही को प्राथमिकता देंगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
डिजिटल बदलाव, पारदर्शिता और जनविश्वास की नींव
एक संगठित और पारदर्शी संस्था ही समाज के लिए उपयोगी बनती है। कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी का यह निर्णय डिजिटल सुशासन का उदाहरण है। आइए, ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाएं और जिम्मेदारी से समाज निर्माण में भागीदारी निभाएं।
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