#चंदवा #अहमदाबादविमानहादसा – विद्यालय परिवार ने गहराई से व्यक्त की संवेदना, मासूमों की आंखों से झलका दुःख
- 14 जून को चंदवा स्थित चिल्ड्रन पैराडाइज स्कूल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
- अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले 241 लोगों को दी गई श्रद्धांजलि
- विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप ठाकुर ने हादसे को मानवता की क्षति बताया
- छात्रों और शिक्षकों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं को किया नमन
- बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्र और डॉक्टर भी हादसे में हुए प्रभावित
हादसे ने देश को किया स्तब्ध, विद्यालय में दिखा शोक का माहौल
चंदवा, लातेहार। बीते गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 241 लोगों की जान चली गई, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे।
इस भीषण हादसे को लेकर चंदवा के शुक्र बाजार अलौदिया स्थित चिल्ड्रन पैराडाइज स्कूल में शनिवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप ठाकुर, शिक्षकगण और सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
“यह सिर्फ एक हादसा नहीं, मानवता की गहरी क्षति है” – प्रदीप ठाकुर
विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप ठाकुर ने इस हादसे को पूरे मानव समाज के लिए एक गहरी क्षति बताया। उन्होंने कहा:
“यह हादसा न केवल अहमदाबाद या भारत की, बल्कि पूरी मानवता की एक पीड़ा है। यह हमें जीवन की नश्वरता और संवेदनशील समाज की जरूरत का बोध कराता है।”
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे।
यह विमान उड़ान भरने के कुछ समय बाद अहमदाबाद स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गया, जिससे हॉस्टल में मौजूद कई एमबीबीएस छात्र और डॉक्टर भी हादसे का शिकार हुए।
60 से अधिक मेडिकल छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है।
श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा मानवीय करुणा का सागर
इस मौके पर शिक्षक सुभाष डे उर्फ बच्चू सर, मुनेश्वर सर, रंजीत सिंह, अंजली देवी, अनुराधा कुमारी, राधा कुमारी, स्नेहा वर्मा, श्वेता कुमारी, गुलिस्ता परवीन सहित विद्यालय के सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया।
विद्यालय परिवार की ओर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई, साथ ही मृतकों के परिजनों को इस दुःख की घड़ी में सहनशक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की गई।
न्यूज़ देखो: संवेदना से भरा समाज ही मजबूत समाज
न्यूज़ देखो मानता है कि ऐसे हादसे केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं होते, बल्कि वे हमें संवेदनशीलता, करुणा और मानवीय मूल्यों को फिर से अपनाने का अवसर भी देते हैं।
हम सभी को एकजुट होकर इस शोक को साझा करना चाहिए, ताकि प्रभावित परिवारों को ताकत और समाज को जिम्मेदारी का बोध हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
श्रद्धांजलि ही नहीं, सीख भी है यह हादसा
इस हादसे ने हम सबको झकझोर दिया है।
मानव जीवन की अस्थिरता और सुरक्षा तंत्र की गंभीरता को समझना आज पहले से ज्यादा ज़रूरी है।
जो लोग इस घटना में नहीं रहे, उनके लिए हमारी श्रद्धांजलि ही नहीं, बल्कि बेहतर और सुरक्षित समाज की दिशा में हमारा प्रयास ही सच्ची विनम्र श्रद्धांजलि होगी।