#बिशुनपुर #सड़क_दुर्घटना : जोरी निवासी विष्णु उरांव की तेज रफ्तार बाइक की टक्कर से हुई मौत—एंबुलेंस देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों ने जताई नाराज़गी
- सीता छुवा मेला से लौटते समय विष्णु उरांव (55) को तेज रफ्तार बाइक ने मारी जोरदार टक्कर।
- JH07C 9240 नंबर की बाइक से हुई दुर्घटना, चालक फरार।
- एंबुलेंस देरी से पहुंची, ग्रामीणों में भारी आक्रोश—कहा, समय पर सहायता मिलती तो बच सकती थी जान।
- घायल को ग्रामीणों ने स्वयं बिशुनपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, पहुंचते ही डॉक्टरों ने किया मृत घोषित।
- विधायक द्वारा उपलब्ध कराई गई एंबुलेंस भी समय पर नहीं पहुंची, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल।
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजा, बाइक चालक की तलाश में छानबीन शुरू।
गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड क्षेत्र में आयोजित प्रसिद्ध सीता छुवा मेला से लौट रहे जोरी गांव के निवासी विष्णु उरांव की तेज रफ्तार बाइक की टक्कर में दर्दनाक मौत हो गई। घटना गुरुवार देर शाम हुई जब विष्णु उरांव पैदल घर लौट रहे थे। इसी दौरान तेज गति से आ रही एक अज्ञात बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वे सड़क पर गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े।
घटना के तुरंत बाद आस-पास मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सहायता करने की कोशिश की। ग्रामीणों ने तत्काल 108 एंबुलेंस सेवा को कॉल किया, लेकिन एंबुलेंस देर तक नहीं पहुंची। इस बीच लोगों ने किसी तरह विष्णु को बिशुनपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एंबुलेंस देरी पर उठा सवाल—विधायक की एंबुलेंस भी नहीं आई काम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में जनप्रतिनिधि द्वारा उपलब्ध कराई गई एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंची। उनका कहना है कि यदि समय पर एंबुलेंस उपलब्ध हो जाती, तो घायल को तत्काल उपचार मिल सकता था और शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। स्वास्थ्य व्यवस्था की इस लापरवाही पर लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
घटनास्थल पर ही बन रहा अस्पताल, फिर भी नहीं मिली त्वरित सुविधा
स्थान और परिस्थिति को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि जिस जगह पर दुर्घटना हुई, वहीं अस्पताल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके बावजूद समय पर स्वास्थ्य सुविधा न मिलना स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की गंभीर कमी को दर्शाता है।
ग्रामीणों में रोष—दोषी चालक की गिरफ्तारी की मांग
हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में नाराज़गी का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन को एंबुलेंस सेवा की जवाबदेही तय करनी होगी। साथ ही, उन्होंने फरार बाइक चालक की तत्काल पहचान और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि तेज रफ्तार और लापरवाही से चलने वाले वाहन लगातार हादसों को बढ़ा रहे हैं और प्रशासनिक स्तर पर नियंत्रण के प्रयास पर्याप्त नहीं दिखते।
पुलिस कार्रवाई में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही बिशुनपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है तथा आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक परीक्षा
यह घटना फिर से साबित करती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और त्वरित प्रतिक्रिया अब भी चुनौती बनी हुई है। सड़क हादसों में समय पर उपचार जीवन और मृत्यु के बीच का फर्क होता है। प्रशासन को एंबुलेंस सेवाओं की मॉनिटरिंग कड़ी करनी होगी।
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सड़क सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी भी
तेज रफ्तार से बचें—सावधानी ही सुरक्षा है।
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