
#मेदिनीनगर #मानवता_सेवा – तपती दोपहर में लीलावती अस्पताल ने दिखाया इंसानियत का रास्ता, परिंदों और राहगीरों के लिए जल की व्यवस्था
- लीलावती अस्पताल परिसर में परिंदों और राहगीरों के लिए शुरू हुई जल सेवा
- युवा झामुमो नेता अविनाश देव ने किया पनशाला का फीता काटकर उद्घाटन
- पेड़ों पर पक्षियों के लिए पानी के बर्तन लगाए गए, राहगीरों के लिए घड़े रखवाए गए
- अस्पताल प्रोपराइटर डॉ. राजीव कुमार की पहल को बताया गया अनुकरणीय
- जनता से अपील: माटी कला कार्यालय से निःशुल्क घड़ा लें और सेवा में भागीदार बनें
गर्मी में लीलावती अस्पताल की अनोखी पहल
जेठ की चिलचिलाती गर्मी में लीलावती अस्पताल, मेदिनीनगर ने एक नई मिसाल पेश की है। जहां आमतौर पर अस्पतालों का ध्यान केवल मरीजों की ओर होता है, वहीं लीलावती अस्पताल ने न केवल इंसानों के लिए, बल्कि परिंदों के लिए भी पानी की व्यवस्था कर मानवता की एक सुंदर मिसाल कायम की।
अविनाश देव ने किया पनशाला का उद्घाटन
इस नेक कार्य की शुरुआत अस्पताल के प्रोपराइटर डॉ. राजीव कुमार की पहल पर की गई। युवा झामुमो नेता एवं संत मरियम विद्यालय के चेयरमैन अविनाश देव ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर फीता काटकर पनशाला का शुभारंभ किया। परंपरागत रूप से गुड़ और अंकुरित चना खाकर सेवा कार्य की शुरुआत की गई।
डॉ. कुमार ने पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र भेंट कर श्री देव का स्वागत किया।
परिंदों को भी मिला स्थान, पेड़ों पर लगाए गए पानी के बर्तन
श्री अविनाश देव ने अपने संबोधन में कहा:
“गर्मी के इस कठिन मौसम में परिंदों और राहगीरों के लिए पानी की व्यवस्था कर लीलावती अस्पताल ने अद्भुत कार्य किया है। यह पहल दूसरों के लिए प्रेरणा है।”
उन्होंने कहा कि समाज को भी आगे आकर ऐसे सेवा कार्यों में भागीदारी निभानी चाहिए। “माटी कला कार्यालय से नि:शुल्क घड़ा लेकर हर मोहल्ले में पनशाला बनाई जाए,”—उन्होंने जनता से ऐसी अपील की।
उपस्थित लोगों ने की सराहना
कार्यक्रम में अस्पताल स्टाफ, कमिटी सदस्य, और आसपास के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और इस जनहित कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की। अंत में, डॉ. राजीव कुमार ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समाजसेवा की यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी।
न्यूज़ देखो : समाज के साथ, सेवा के साथ
न्यूज़ देखो ऐसे प्रयासों को अपना मंच देता है, जो जनजीवन को राहत देने वाले और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने वाले हों। लीलावती अस्पताल की यह पहल न सिर्फ चिकित्सा सेवा के बाहर की सामाजिक ज़िम्मेदारी को दर्शाती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि सेवा सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं होनी चाहिए।
जहां पानी की एक बूँद भी जीवन बन जाती है, वहाँ ऐसे कार्य प्रेरणा की धारा हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।