
#गुमला #धार्मिक_आस्था : आशा के तीर्थयात्रा वर्ष पर जरमाना पल्ली में जुबली क्रूस का भव्य स्वागत और विशेष मिस्सा अनुष्ठान
- आशा के तीर्थयात्रा वर्ष के अवसर पर जरमाना पल्ली में जुबली क्रूस का ऐतिहासिक आगमन हुआ।
- सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गीत, प्रार्थना और मोमबत्ती जुलूस के साथ किया स्वागत।
- फादर सुशील कुमार मिंज की अध्यक्षता में विशेष मिस्सा अनुष्ठान संपन्न हुआ।
- सहयोगी रूप में फादर निरंजन एक्का और फादर लौरेन्स टोप्पो रहे उपस्थित।
- कार्यक्रम के बाद जुबली क्रूस को चैनपुर पारिश के लिए रवाना किया गया।
गुमला जिले के जरमाना पल्ली में सोमवार का दिन आध्यात्मिक भक्ति और उल्लास से भर गया, जब आशा के तीर्थयात्रा वर्ष के पवित्र अवसर पर जुबली क्रूस का आगमन हुआ। यह क्रूस बारडीह पारिश से रवाना होकर जरमाना पहुँचा, जहाँ श्रद्धालुओं ने अत्यंत श्रद्धा और भक्ति से उसका स्वागत किया।
भक्ति के रंग में रंगा जरमाना पल्ली
सुबह से ही श्रद्धालु जरमाना मोड़ पर जुटने लगे थे। जुबली क्रूस के आगमन के साथ ही पूरा वातावरण गीत-संगीत, अगरबत्ती और मोमबत्ती की सुगंध से महक उठा। भक्तगण नाचते-गाते हुए जुलूस के रूप में क्रूस को जरमाना चर्च परिसर तक लेकर पहुँचे।
चर्च परिसर में सबसे पहले रोज़री बिनती की गई, जिसके बाद विशेष मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन हुआ। पूरा माहौल भक्ति, विश्वास और एकता की भावना से ओतप्रोत रहा।
प्रभु यीशु के संदेश के साथ विश्वास की यात्रा
मिस्सा के मुख्य अधिष्ठाता फादर सुशील कुमार मिंज रहे। सहयोगी रूप में फादर निरंजन एक्का और फादर लौरेन्स टोप्पो भी शामिल रहे।
फादर सुशील कुमार मिंज ने कहा: “यह तीर्थयात्रा वर्ष प्रभु यीशु ख्रीस्त के जन्म के दो हजार वर्ष पूर्ण होने की स्मृति में मनाया जा रहा है। जुबली क्रूस के माध्यम से हम हर पारिश में आशा, विश्वास और एकता का संदेश फैलाने का कार्य कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि आत्मिक जागरण और समुदाय को एकता के सूत्र में बाँधने का प्रतीक है।
श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह और आनंद
चर्च परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था। सैकड़ों लोग इस धार्मिक आयोजन के साक्षी बने। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई भक्ति में मग्न नजर आया। कार्यक्रम के दौरान वातावरण भक्ति गीतों और प्रार्थना से गूंजता रहा।
जुबली क्रूस के सामने श्रद्धालुओं ने मोमबत्तियाँ जलाकर शांति और प्रेम का संदेश दिया। सभी ने प्रभु से अपने परिवार और समाज के कल्याण की प्रार्थना की।
चैनपुर की ओर रवाना हुआ जुबली क्रूस
कार्यक्रम के समापन पर विशेष प्रार्थना के बाद जुबली क्रूस को चैनपुर पारिश के लिए रवाना किया गया। श्रद्धालुओं ने क्रूस को विदा करते समय आशीर्वाद मांगा और आगामी यात्रा के लिए मंगलकामनाएँ दीं।



न्यूज़ देखो: विश्वास की ज्योति से जगमगाता गुमला
जरमाना पल्ली में जुबली क्रूस का आगमन इस बात का प्रतीक है कि आस्था, एकता और सेवा की भावना आज भी समाज को जोड़ती है। यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का उत्सव बना, बल्कि लोगों को मानवता और प्रेम का संदेश भी दे गया।
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विश्वास से एकता तक
यह आयोजन हमें सिखाता है कि सच्चा धर्म दूसरों के प्रति प्रेम, सहानुभूति और एकता में निहित है। प्रभु यीशु के संदेश को अपने जीवन में उतारने का यही सही समय है। सजग बनें, प्रेम बांटें और इस खबर को शेयर कर आस्था की इस ज्योति को आगे बढ़ाएं।
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