Lateharआस्था

महुआडांड़ में पहली सोमवारी पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़

Join News देखो WhatsApp Channel
#महुआडांड़ #सावन_सोमवार : महिला, पुरुष और बच्चों ने किया शिवलिंग पर जलाभिषेक — गांव-गांव गूंजे भोलेनाथ के जयकारे
  • प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
  • महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने श्रद्धा से किया भगवान शिव का जलाभिषेक
  • बाजार शिव मंदिर, रामपुर, चटकपूर, बरदौनी और बेलटोली में दिखा खास उत्साह
  • श्रद्धालुओं ने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए की विशेष प्रार्थना
  • छठ घाट स्थित शिवालय और सरना स्थल भी रहे भक्तों से गुलजार

बाजार से गांवों तक शिवमय रहा माहौल

महुआडांड़ प्रखंड में श्रावण मास की पहली सोमवारी पर श्रद्धा और आस्था की बयार बहती रही। क्षेत्र के मुख्य बाजार स्थित शिव मंदिर के साथ-साथ रामपुर, चटकपूर, बरदौनी, बेलटोली और अन्य ग्रामीण इलाकों के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुट गई थी। महिला, पुरुष और बच्चे सभी पूजा-अर्चना में लीन नजर आए।

भक्तों ने भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए अपने और अपने परिवार की सुख-शांति की कामना की। पूजा के दौरान हर ओर “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारे गूंजते रहे। इस धार्मिक माहौल ने पूरे क्षेत्र को भक्ति रस में डुबो दिया।

बेलटोली सरना स्थल और छठ घाट शिवालय में विशेष उत्साह

बेलटोली गांव स्थित सरना स्थल (शिव मंदिर) और छठ घाट के पास शिवालय मंदिर में भी श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ी। तड़के से ही लोग यहां स्नान कर पूजा के लिए पहुंचने लगे थे। मंदिर परिसर में लाइन में खड़े श्रद्धालुओं के चेहरों पर भक्ति और उल्लास साफ झलक रहा था।

स्थानीय श्रद्धालु सुरेश भगत ने कहा: “पहली सोमवारी भोलेनाथ को जल चढ़ाने का खास दिन होता है। इस दिन की पूजा से मनोकामना जरूर पूरी होती है।”

श्रावण की शुरुआत में ही इतनी बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति से स्थानीय मंदिरों में चहल-पहल और शिवमय वातावरण बन गया। मंदिर समितियों और ग्रामीण युवाओं ने भीड़ को व्यवस्थित करने में सहयोग दिया।

परिवार समेत पहुंचे श्रद्धालु, की सुख-शांति की प्रार्थना

सावन माह में शिवभक्ति का खास महत्व माना जाता है और सोमवार का दिन विशेष रूप से पूजनीय होता है। इस दिन महुआडांड़ के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु अपने परिवार के साथ मंदिरों में पहुंचे और पूरे विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक किया।

कई श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में दीप जलाकर व्रत कथा सुनी और प्रसाद का वितरण किया। माहौल पूरी तरह आस्था, श्रद्धा और पारिवारिक सहभागिता से ओतप्रोत रहा।

न्यूज़ देखो: श्रद्धा और संस्कृति का जीवंत उत्सव

महुआडांड़ की सोमवारी ने यह साबित कर दिया कि भक्ति न जात देखती है, न उम्र। महिलाओं से लेकर बच्चों तक, हर कोई आस्था से जुड़कर सांस्कृतिक परंपराओं का जीवंत हिस्सा बन रहा है। न्यूज़ देखो हर उस पल की कद्र करता है, जब समाज मिलकर अपनी संस्कृति को मजबूत करता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आइए, अपनी आस्था से समाज को और मजबूत बनाएं

इस पावन दिन को यादगार बनाएं — अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को अपने दोस्तों व परिवार से शेयर करें, और समाज में भक्ति व सद्भाव का संदेश फैलाएं।

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 1 / 5. कुल वोट: 1

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250723-WA0070
1000264265
IMG-20250610-WA0011
IMG-20250925-WA0154
IMG-20251017-WA0018
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Related News

Back to top button
error: