
#लातेहार #जनसुविधा_शिविर : आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार कार्यक्रम में फॉर्म फाड़ने की घटना से ग्रामीणों में आक्रोश
- घटना ग्राम डुड़वा, वार्ड 6 में हुई, जहां चंचल देवी के फॉर्म को फाड़ा गया।
- महिला ने आरोप लगाया कि शिविर कर्मी मनोहरसा देवी ने अपमानजनक व्यवहार किया।
- महिला ने उच्चस्तरीय जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग की।
- उपस्थित ग्रामीणों ने दुर्व्यवहार की निंदा की और प्रशासन से त्वरित कदम उठाने की अपील की।
- महिला के पास सभी आवश्यक दस्तावेज—आधार, पहचान पत्र, बच्चे की जानकारी—पूर्ण रूप से मौजूद थे।
- घटना से सरकारी कार्यक्रम की विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं।
लातेहार जिले में चल रहे “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत ग्राम डुड़वा वार्ड 6 में शिविर का आयोजन किया गया था। इसी दौरान चंचल देवी ने आरोप लगाया कि वह अपने बड़े बेटे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए भरा हुआ फॉर्म और आवश्यक दस्तावेज लेकर आई थीं, लेकिन शिविर में तैनात कर्मी मनोहरसा देवी ने उनका फॉर्म फाड़ दिया और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। यह घटना न सिर्फ महिला के लिए मानसिक आघात बनी, बल्कि अन्य उपस्थित ग्रामीणों में भी नाराजगी पैदा कर दी।
घटना का विवरण
चंचल देवी ने बताया कि वह और उनके पति निर्धारित समय पर शिविर पहुँचे। वहाँ पहले से ही कई लोग आवेदन जमा करने की प्रतीक्षा में थे। जैसे ही उन्होंने अपना फॉर्म सौंपा, कर्मी ने उसे बिना किसी कारण के हाथ में लेते ही फाड़ दिया और महिला से अपमानजनक शब्दों में कह दिया कि “यहाँ से जाओ, तुम्हारा कोई काम नहीं होगा।” महिला ने कहा कि फॉर्म जमा करने के लिए उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेज—आधार कार्ड, पहचान पत्र और बच्चे की जानकारी—पहले से तैयार कर रखे थे।
स्थानीय प्रतिक्रिया और मांग
घटना के बाद उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि सरकारी शिविर का उद्देश्य जनता को सुविधा देना है, लेकिन इस तरह के व्यवहार से आम नागरिकों में निराशा फैल रही है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि दोषी कर्मी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
चंचल देवी ने अधिकारियों को आवेदन के माध्यम से पूरे मामले से अवगत कराते हुए उच्चस्तरीय जांच और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि उचित कदम नहीं उठाए गए, तो अन्य नागरिक भी इसी तरह के दुर्व्यवहार का सामना कर सकते हैं।
चंचल देवी ने कहा: “मेरा फॉर्म और दस्तावेज पूरी तरह सही थे, फिर भी मुझे अपमानित किया गया। प्रशासन से आग्रह है कि दोषी कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”
प्रशासन और कार्यक्रम की विश्वसनीयता
स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस घटना को गंभीर मानते हैं और जोर देकर कहते हैं कि सरकारी कार्यक्रमों में जनता का विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। शिविरों में तैनात कर्मियों के लिए यह चेतावनी है कि उनका कर्तव्य केवल आवेदन स्वीकार करना और उचित सेवा प्रदान करना है, न कि किसी नागरिक के साथ दुर्व्यवहार करना।

न्यूज़ देखो: सेवा शिविरों में जवाबदेही और पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक
यह घटना दर्शाती है कि सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में कर्मियों की जवाबदेही और प्रशिक्षण कितना महत्वपूर्ण है। प्रशासन द्वारा शीघ्र और उचित कार्रवाई से ही जनता का विश्वास बना रहेगा। सरकारी सेवा केंद्रों में पारदर्शिता और सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करना आवश्यक है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, अधिकारों के प्रति जागरूक रहें
जनता को अपने अधिकारों के प्रति सतर्क रहने और किसी भी अनुचित व्यवहार की सूचना देने की आवश्यकता है। अपने अनुभव साझा करें, जिम्मेदारी से सरकारी कार्यक्रमों की निगरानी करें। अपनी राय कमेंट में दें, इस खबर को साझा करें और सुनिश्चित करें कि सेवाएँ सही तरीके से और सम्मानजनक रूप से जनता तक पहुँचें।





