
#चंदवा #दुर्घटना_समाचार : काम से लौटकर नहाने गया युवक — घिरनी टूटने से कुएं में गिरा, मौत के बाद गांव में मातम
- 25 वर्षीय प्रकाश बड़ाइक की कुएं में डूबने से दर्दनाक मौत
- घटना बोदा पंचायत, चंदवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत शुक्रवार दोपहर बाद की
- घिरनी टूटने से असंतुलित होकर कुएं में गिरा युवक
- झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के जिला सचिव चंदन बड़ाइक के छोटे भाई थे मृतक
- मृतक ने पीछे छोड़ा पत्नी गायत्री देवी और दो वर्षीय बेटी परी कुमारी
- विधायक प्रतिनिधि विजय दुबे ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों को दिया ढांढस
खेत से लौटने के बाद नहाने गया युवक कुएं में गिरा
चंदवा थाना क्षेत्र के बोदा पंचायत अंतर्गत शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ। प्रकाश बड़ाइक, उम्र लगभग 25 वर्ष, खेत में काम करने के बाद स्नान के लिए अपने घर के पास स्थित कुएं में गया था। लेकिन कुएं में पानी खींचने के दौरान घिरनी और लकड़ी का लाट टूट जाने से वह संतुलन खो बैठा और कुएं में गिर गया।
उस वक्त मौके पर कोई अन्य व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे समय पर मदद नहीं मिल सकी। जब काफी समय बीत गया और वह घर नहीं लौटा, तो परिजनों को चिंता हुई। खोजबीन के दौरान उसे कुएं में पड़े देखा गया, जिसके बाद तत्काल बाहर निकालकर चंदवा सीएचसी लाया गया। लेकिन वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक प्रकाश बड़ाइक, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के जिला सचिव चंदन बड़ाइक के छोटे भाई थे। वह एक मेहनती किसान था और अपने पीछे पत्नी गायत्री देवी और दो वर्ष की बेटी परी कुमारी को छोड़ गया है। उसकी असामयिक मौत से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में शोक की लहर है।
प्रशासनिक पहल और मदद का आश्वासन
हादसे की सूचना मिलने के बाद विधायक प्रतिनिधि विजय दुबे तत्काल चंदवा सीएचसी पहुंचे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया और आश्वस्त किया कि उन्हें सरकारी प्रावधानों के तहत हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
विजय दुबे ने कहा: “यह एक अत्यंत दुखद घटना है। हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं और प्रशासनिक स्तर पर हर प्रकार की मदद पहुंचाई जाएगी।”
न्यूज़ देखो: ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों की अनदेखी बनी हादसों का कारण
कुएं जैसे पारंपरिक जलस्रोत आज भी गांवों में उपयोग में लाए जाते हैं, लेकिन सुरक्षा के पर्याप्त उपायों का अभाव अक्सर जानलेवा साबित होता है। प्रकाश बड़ाइक की मौत एक व्यवस्था जनित चूक की दर्दनाक बानगी है। न्यूज़ देखो लगातार ऐसे मुद्दों को उठाता रहा है कि गांवों में बुनियादी संरचनाओं को सुरक्षित बनाया जाए। प्रशासन को चाहिए कि सभी सार्वजनिक एवं निजी कुओं की सुरक्षा जांच कर उनकी मरम्मत और कवरिंग अनिवार्य रूप से कराई जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, अपनों की सुरक्षा सुनिश्चित करें
हादसों से पहले चेतना ज़रूरी है। हर ग्रामीण नागरिक को चाहिए कि घर के कुएं, बोरवेल, तालाब जैसी संरचनाओं की समय-समय पर सुरक्षा जांच करें और परिवारजनों को सावधानी बरतने की सलाह दें। इस खबर को अपने दोस्तों और ग्रामीण समूहों में साझा करें ताकि भविष्य में कोई और परिवार इस त्रासदी से न गुजरे।