#गढ़वा #सड़कदुर्घटना : मेड़ना गांव के पास फोरलेन पर अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक की मौत के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर सुरक्षा उपायों की मांग की
- गढ़वा थाना क्षेत्र के गरनाहा गांव निवासी ननहक कुमार राम (33 वर्ष) की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई।
- घटना बुधवार को मेड़ना गांव फोरलेन के पास हुई।
- अज्ञात चारपहिया वाहन की टक्कर से युवक की मौत घटना स्थल पर ही हो गई।
- आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया।
- ग्रामीणों का कहना है कि यह तीसरी घटना है, पहले भी दो लोगों की जान जा चुकी है।
- लोगों की मांग है कि अंडरपास का निर्माण होने तक हादसे रुकना मुश्किल है।
गढ़वा जिले के बंशीधर नगर-फोरलेन मार्ग पर बुधवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें गरनाहा गांव निवासी 33 वर्षीय ननहक कुमार राम की मौत हो गई। घटना मेड़ना गांव के पास हुई जब युवक लापो से अपने गंतव्य की ओर जा रहा था और सड़क पार करने के दौरान अज्ञात चारपहिया वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने सड़क जाम कर प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था की मांग की।
घटना कैसे घटी
स्थानीय लोगों ने बताया कि ननहक कुमार राम अपने घर से लापो की ओर निकले थे। रास्ते में जैसे ही उन्होंने फोरलेन पार करने की कोशिश की, उसी दौरान तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। ग्रामीणों ने तत्काल उन्हें देखने पहुंचे तो पाया कि युवक की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आए। उन्होंने शव को सड़क पर रखकर घंटों जाम लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि इस सड़क को सरकार ने विकास के नाम पर बनाया, लेकिन यह लोगों के लिए “मौत का रास्ता” साबित हो रहा है। उनका कहना है कि यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी दो अन्य दुर्घटनाओं में ग्रामीणों की मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों का आरोप: “जब तक अंडरपास का निर्माण नहीं होगा, तब तक सड़क दुर्घटनाएं होती रहेंगी और निर्दोष लोगों की जान जाती रहेगी।”
पुलिस की पहल और स्थिति
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। हालांकि खबर लिखे जाने तक मृतक का शव घटना स्थल पर ही पड़ा हुआ था और ग्रामीण सड़क जाम किए हुए थे। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और ग्रामीणों की सुरक्षा संबंधी मांगों पर विचार किया जाएगा।
ग्रामीणों की मुख्य मांगें
- सड़क पर अंडरपास और सुरक्षित पार पथ का निर्माण।
- फोरलेन पर गति नियंत्रण के उपाय जैसे स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत।
- दुर्घटनाओं में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा।
- यातायात पुलिस की नियमित गश्ती व्यवस्था।
प्रशासन ने समझा बुझा कर हटवाया जाम
आक्रोशित ग्रामीण तथा मृतक के परिजनों ने ढाई घंटे तक फोर लाइन को जाम कर दिया, इसके बाद अंचल पदाधिकारी सफी आलम, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार नरेंद्र नारायण, गढ़वा थाना प्रभारी सुशील तिवारी घटना स्थल पर पहुंच कर मृतक के परिजनों को समझा बूझकर जाम को समाप्त करवाया। उस दौरान अंचल पदाधिकारी सरकारी प्रावधान के तहत मिलने वाली राशि देने का घोषणा किया। इसके अलावा अंचल पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा अपने ओर से 10000 नगद परिजनों को सहायता राशि दिया गया।
उसके साथ ही ग्रामीणों के अंडरपास की मांग को लेकर अंचलाधिकारी ने कहा कि आप सभी ग्रामीण अंडरपास के लिए एक आवेदन दे उसे विभाग को अग्रसारित किया जाएगा। इसके बाद परिजनों ने जाम को समाप्त कर दिया पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मृतक को अंत परीक्षण के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेज दिया है
न्यूज़ देखो: फोरलेन पर सुरक्षा की अनदेखी
यह घटना गढ़वा जिले में फोरलेन सड़क निर्माण की खामियों और सुरक्षा की अनदेखी को उजागर करती है। बार-बार हो रही मौतें इस बात का प्रमाण हैं कि प्रशासन को अब ठोस कदम उठाने होंगे। ग्रामीणों की मांगें जायज हैं और इनपर त्वरित कार्रवाई जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा की मांग, जनआवाज बने ताकत
ग्रामीणों का आक्रोश विकास के असंतुलित स्वरूप को दर्शाता है। अब वक्त है कि सभी नागरिक सड़क सुरक्षा और जनहित की मांग में एकजुट हों। अपनी राय जरूर साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और जिम्मेदारी का हिस्सा बनें।