#गढ़वा #युवककीमौत : बाहर मजदूरी करने निकला युवक मृत मिला — डंडई के करके गांव की घटना , गांव में पसरा मातम
- डंडई थाना क्षेत्र के करके गांव में युवक का शव पलाश के पेड़ पर लटका मिला
- मृतक की पहचान 25 वर्षीय ननकेश्वर सिंह के रूप में हुई
- शुक्रवार शाम मजदूरी के लिए घर से निकला था, तीन घंटे बाद मिला शव
- एक साल पहले हुई थी शादी, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जांच जारी
मजदूरी के लिए निकला, लेकिन लौटकर आया मृत
गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र अंतर्गत करके गांव के दामार टोला में शुक्रवार शाम उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव के ही एक पलाश के पेड़ पर एक युवक का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। मृतक की पहचान रामजी सिंह के पुत्र 25 वर्षीय ननकेश्वर सिंह के रूप में हुई है, जो मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था।
परिजनों के अनुसार, ननकेश्वर शुक्रवार की शाम मजदूरी के लिए बाहर के राज्य जाने के लिए झोला लेकर निकला था। लगभग तीन घंटे बाद, गांव के कुछ लोगों ने टोले के समीप पलाश के पेड़ पर एक शव लटका देखा। नजदीक जाने पर वह ननकेश्वर ही निकला, जिसे देख ग्रामीण स्तब्ध रह गए।
मौके पर पहुंची पुलिस, पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया
घटना की सूचना मिलते ही डंडई थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
ननकेश्वर की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार, उसकी शादी एक वर्ष पूर्व ही हुई थी और वह घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। कुछ महीनों से वह घर पर था और अब दोबारा बाहर कमाने के लिए निकला था, लेकिन उसकी जिंदगी उसी दिन खत्म हो गई।
आत्महत्या या साजिश? जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस इस घटना को लेकर हर पहलू से जांच में जुटी हुई है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि हत्या या किसी अन्य कारण की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए विवेचना गहराई से की जा रही है।
न्यूज़ देखो: गांव की पीड़ा और प्रशासनिक जिम्मेदारी
एक मेहनतकश युवक, जो अपने परिवार के लिए रोज़गार की तलाश में निकला था, उसकी ऐसे दर्दनाक तरीके से मौत का सामने आना गंभीर चिंता का विषय है। न्यूज़ देखो यह मानता है कि ऐसे मामलों में पुलिस को पूरी पारदर्शिता से जांच करनी चाहिए ताकि सच सामने आए और दोषियों को सजा मिले — अगर मामला आत्महत्या नहीं है।
गांवों में बढ़ती मानसिक और आर्थिक असुरक्षा की ओर भी यह घटना एक बड़ा इशारा करती है।
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ऐसी घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि हमारी सामाजिक जिम्मेदारियां क्या हैं।
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