#गढ़वाशहर #मौतकीसाज़िश_या_आत्महत्या : 24 वर्षीय महिला सभाया कुमारी की संदिग्ध मौत से सनसनी — पति पर हत्या का आरोप, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
- गढ़वा कोर्ट के पास युवती का शव फंदे से लटका मिला
- मृतका के शरीर पर चोट के निशान, मामला संदिग्ध
- भाई ने पति पर मारपीट कर हत्या करने का लगाया आरोप
- पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जांच जारी
- मामले में फॉरेंसिक जांच के लिए जब्त किया गया साक्ष्य
कोर्ट के पास लटका मिला शव, इलाके में मची सनसनी
गढ़वा शहर के कचहरी रोड स्थित कोर्ट के समीप शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवती का शव संदिग्ध हालत में फंदे से लटका हुआ मिला। घटना की सूचना पर गढ़वा थाना की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
मृतका की पहचान सभाया कुमारी (उम्र 24 वर्ष), पति आकाश जयसवाल, निवासी कचहरी रोड के रूप में की गई है।
मारपीट के आरोप, हत्या का संदेह
मृतका के भाई सुजीत कुमार ने अपने बहनोई आकाश जयसवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बहन को लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि दो साल पहले सभाया की शादी आकाश से हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी, लेकिन शादी के कुछ महीनों बाद से ही उनके रिश्ते में तनाव शुरू हो गया था।
सुजीत कुमार ने कहा: “गुरुवार शाम दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसमें आकाश ने सभाया के साथ मारपीट की। शुक्रवार को हमें खबर मिली कि वह फांसी पर लटकी हुई मिली। हमें यकीन है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सोची-समझी हत्या है।”
पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
गढ़वा थाना प्रभारी बृज कुमार ने बताया कि मामले की जांच प्राथमिकता पर की जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ अहम साक्ष्य जब्त किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि मृतका के शरीर पर चोट के निशान हैं, जिससे मामला और पेचीदा हो गया है। लेकिन स्पष्ट निष्कर्ष पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा।
थाना प्रभारी बृज कुमार ने कहा: “हम लोगों से अपील करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें। हर कोण से जांच की जा रही है।”
आत्महत्या या हत्या? जांच के घेरे में पति
सभाया की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है। परिजनों का दावा है कि यह एक सोची-समझी हत्या है, जिसे आत्महत्या का रूप दिया गया।
वहीं पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों के बयान, घटनास्थल की स्थिति और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
न्यूज़ देखो: न्याय की उम्मीद और सिस्टम से सवाल
न्यूज़ देखो मानता है कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ कानून व्यवस्था पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पर भी सवाल उठाती हैं।
एक युवा महिला की मौत यदि घरेलू हिंसा और प्रताड़ना का नतीजा है, तो समाज और प्रशासन दोनों की जवाबदेही बनती है कि ऐसे मामलों में निष्पक्ष और तेज़ न्याय हो।
पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक जांच से सच क्या है, ये जल्द सामने आएगा — लेकिन तब तक जनता को अफवाहों से दूर रहना और पुलिस को सहयोग देना चाहिए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं तब रुकेंगी, जब हर नागरिक सतर्क, जागरूक और मुखर होगा।
आप इस खबर पर अपनी राय साझा करें और इसे उन लोगों के साथ शेयर करें जो महिला सुरक्षा और न्याय व्यवस्था के प्रति सजग हैं।