
#महुआडांड़ #आधारसेवाबाधित : पूरे दिन आधार केंद्र बंद रहने से दूर-दराज के ग्रामीण परेशान— शुल्क लेने के बाद भी नहीं हुआ आधार निर्माण और अपडेट।
- महुआडांड़ प्रखंड कार्यालय स्थित आधार सेवा केंद्र में पूरा दिन कामकाज बंद रहा।
- कर्मचारियों द्वारा प्रति व्यक्ति ₹150 वसूले जाने के बाद भी आधार नहीं बन पाने की शिकायत।
- सुबह से सैकड़ों लाभुक कतारों में, लेकिन किसी का नंबर नहीं लगा।
- सिस्टम बंद रहने की स्पष्ट जानकारी कर्मचारियों द्वारा नहीं दी गई।
- महिलाओं, छात्रों और बुजुर्गों को भारी परेशानी, कई लोग बिना काम वापस लौटे।
- ग्रामीणों ने ब्लॉक प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
महुआडांड़ प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित आधार सेवा केंद्र में गुरुवार को आधार निर्माण और अपडेट सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं। सुबह से ही दूर-दराज के कई पंचायतों से आए लोग केंद्र पर पहुंचे, लेकिन पूरे दिन किसी का भी आधार संबंधी कार्य नहीं हो सका। अनिश्चितता और अव्यवस्था के कारण लोगों में नाराज़गी बढ़ती चली गई।
ग्रामीणों ने बताया कि आधार केंद्र के कर्मचारियों ने प्रति व्यक्ति ₹150 शुल्क पहले ही ले लिया था, लेकिन इसके बाद यह भी नहीं बताया गया कि सिस्टम कब तक चालू होगा। लोगों का कहना है कि पैसे लेने के बाद जानकारी देने की जिम्मेदारी भी केंद्र निभाने में असफल रहा। कई लोगों ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से लाइन में खड़े थे, लेकिन घंटे भर इंतजार के बाद भी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई।
शुल्क लेने के बाद भी जानकारी नहीं— क्यों ठप रही सेवा?
ग्रामीणों के अनुसार कर्मचारियों द्वारा बार-बार यह कहा गया कि “सिस्टम बंद है”, लेकिन इसका कारण क्या है, इसे ठीक होने में कितना समय लगेगा और लोगों को कब वापस आना चाहिए— इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। इससे लाभुकों में आक्रोश बढ़ गया।
भीड़ बढ़ने के साथ दोपहर तक हंगामे जैसे हालात बनते दिखे। कई महिलाएं, स्कूली छात्र और बुजुर्ग बिना काम किए ही लौट गए। ग्रामीणों ने कहा कि किराया, समय और मेहनत सभी बर्बाद हो गए, लेकिन कर्मचारी उदासीन बने रहे।
दूर-दराज से आए लोग सबसे ज्यादा प्रभावित
महुआडांड़ के कई पहाड़ी और वन क्षेत्रों से रोजाना बड़ी संख्या में लोग आधार अपडेट और नए आधार कार्ड बनाने के लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचते हैं। गुरुवार को सेवा ठप रहने से सबसे अधिक परेशानी उन्हें हुई जिन्हें 10–20 किलोमीटर की दूरी तय कर आना पड़ा था। कई लाभुकों ने आरोप लगाया कि शुल्क लेने के बाद भी ऐसी स्थिति पैदा होना गंभीर लापरवाही है।
ग्रामीणों ने की प्रशासन से शिकायत
अव्यवस्था से नाराज़ ग्रामीणों ने कहा कि ब्लॉक प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति सामान्य करानी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि यदि सेवा ठप है तो शुल्क न लिया जाए और शिकायतों का समाधान सुनिश्चित किया जाए।

न्यूज़ देखो: सेवा में पारदर्शिता जरूरी
आधार जैसी महत्वपूर्ण सेवा के ठप होने से ग्रामीणों पर सबसे अधिक असर पड़ता है। शुल्क वसूली के बावजूद सेवाएं उपलब्ध न होना प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है। आवश्यक है कि जिम्मेदार अधिकारी तुरंत स्थिति का समाधान करें और लाभुकों को स्पष्ट जानकारी दें।
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आपका अधिकार— आपकी आवाज
आधार सेवा आपकी पहचान और सरकारी योजनाओं का आधार है। यदि आपके क्षेत्र में भी ऐसी समस्याएं हैं, तो आवाज उठाएं, शिकायत दर्ज कराएं और व्यवस्था सुधारने में सहयोग दें।
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