
#बरवाडीह #शिक्षा_निदेशक_सम्मान : माध्यमिक शिक्षा विभाग में नई नियुक्ति के बाद पहली बार गांव पहुंचे राजेश प्रसाद
- IAS राजेश प्रसाद बने माध्यमिक शिक्षा एवं स्कूली साक्षरता विभाग के निदेशक
- निदेशक बनने के बाद पहली बार सरईडीह गांव पहुंचे, हुआ भव्य स्वागत
- स्थानीय प्लस टू उच्च विद्यालय में आयोजित हुआ सम्मान समारोह
- गांववासियों ने पारंपरिक अंदाज में किया अभिनंदन
- राजेश प्रसाद ने साझा किया संघर्ष और सेवा का अनुभव
निदेशक नियुक्ति के बाद गांव पहुंचते ही उमड़ा स्नेह
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड के सरईडीह गांव में उस समय उत्सव जैसा माहौल बन गया, जब गांव के लाल राजेश प्रसाद, जो पहले से IAS अधिकारी हैं, को झारखंड सरकार के माध्यमिक शिक्षा एवं स्कूली साक्षरता विभाग का निदेशक नियुक्त किए जाने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव पहुंचे।
स्थानीय प्लस टू उच्च विद्यालय में उनके स्वागत के लिए विद्यालय परिवार, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने एक सम्मान समारोह का आयोजन किया। प्रधानाध्यापक उमेश टोप्पो के नेतृत्व में उन्हें गुलदस्ता भेंट कर और बच्चियों द्वारा स्वागत गीत गाकर पारंपरिक अंदाज में अभिनंदन किया गया।
गांव और क्षेत्र को बनाया गौरवांवित
“राजेश प्रसाद की उपलब्धि ने हमारे गांव ही नहीं, पूरे क्षेत्र का सम्मान बढ़ाया है।”
— संतोषी शेखर, जिला परिषद सदस्य
जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर, बीस सूत्री अध्यक्ष नसीम अंसारी, मुखिया नीतू देवी समेत कई गणमान्य लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे।
सभी ने इस बात पर खुशी जताई कि एक सादा जीवन जीने वाले परिवार से निकला बेटा आज झारखंड शिक्षा तंत्र का एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गया है।
अनुभव और संघर्ष की कहानी साझा की
“मेरी सफलता में मेरे पिता और परिवार का हौसला सबसे बड़ा आधार रहा है। मेहनत और धैर्य ही हर मंजिल की कुंजी है।”
— राजेश प्रसाद, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा विभाग
कार्यक्रम में राजेश प्रसाद ने छात्रों से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि सपनों को सच करने के लिए निरंतर प्रयास करना जरूरी है। उन्होंने शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया और युवाओं को मेहनत के लिए प्रेरित किया।
न्यूज़ देखो : ऐसे नायकों की कहानी से लें प्रेरणा
IAS राजेश प्रसाद जैसे अधिकारी समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं।
न्यूज़ देखो ऐसे ही प्रेरणादायक व्यक्तित्वों की कहानियां आप तक लाता है, ताकि आप भी अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा ले सकें।