- राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के तहत दुमका में पुस्तक मेला का आयोजन
- संथाल परगना प्रमंडल के क्षेत्रीय संयुक्त शिक्षा उप निदेशक गोपाल कृष्ण झा ने किया उद्घाटन
- छात्र-छात्राओं को पुस्तकों के महत्व की दी गई जानकारी
- झारखंड शिक्षा परियोजना के जिला कार्यालय प्रांगण में हुआ आयोजन
- डीएसई आशीष कुमार हेम्ब्रम ने छात्रों को नियमित रूप से पढ़ने की दी सलाह
दुमका में भव्य पुस्तक मेला का आयोजन
दुमका: राष्ट्रीय अविष्कार अभियान एवं नवाचार के तहत पुस्तक मेला का आयोजन किया गया। इस मेले का उद्घाटन संथाल परगना प्रमंडल के क्षेत्रीय संयुक्त शिक्षा उप निदेशक गोपाल कृष्ण झा ने किया।
छात्र-छात्राओं को मिली ज्ञानवर्धक जानकारी
इस कार्यक्रम में डीएसई आशीष कुमार हेम्ब्रम और अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी देवेश कुमार सिन्हा बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। आरडीडीई ने छात्रों को पुस्तकों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अच्छी पुस्तकें ज्ञान का स्तंभ होती हैं।
वाल्मीकि रामायण से आधुनिक लेखन प्रणाली तक
उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण दुनिया की पहली पुस्तक है और ताम्रपत्र लेखन से लेकर वर्तमान लेखन प्रणाली तक ज्ञान का विकास हुआ है। डीएसई ने सभी बच्चों को नियमित रूप से किताबें पढ़ने की सलाह दी और पुस्तकों के लाभ के बारे में बताया।
प्रकाशकों की रही विशेष भागीदारी
इस पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिले के सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन और समापन
कार्यक्रम का विषय प्रवेश सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी श्याम सुन्दर मोदक ने किया। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी देवेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन सूरज पाण्डेय ने किया।
शिक्षा जगत के गणमान्य लोग रहे उपस्थित
इस मौके पर अमित कुमार, कुमारी रूद्राणी घोष, वंदना भट्ट, सुबोल चंद्र कपूर, अमर प्रकाश टुटी, रंजन दां, तारकनाथ और झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें
शिक्षा से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए न्यूज़ देखो से जुड़े रहें और ताजा अपडेट पाते रहें।